Thursday, November 6, 2025
31 C
Surat

Hazaribag Narsingh Mandir: 450 साल पुराना झारखंड का चमत्कारी मंदिर, यहां हर किसान बेचते हैं गन्ना, जानें परंपरा


Last Updated:

Hazaribagh Kaitari Mela : हजारीबाग के खपरियावां स्थित नरसिंह मंदिर में 450 साल पुराना ‘कैतारी मेला’ कार्तिक पूर्णिमा पर आयोजित किया जाता है. यहां मेले में झारखंड भर के किसान गन्ना बेचने आते हैं.

हजारीबाग: झारखंड के हजारीबाग जिले के खपरियावां स्थित नरसिंह मंदिर में कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर हर वर्ष भव्य मेले का आयोजन होता है. यह मंदिर भक्तों की मुरादें पूरी करने वाला माना जाता है. यहां लगभग 450 साल पुरानी एक ऐतिहासिक धरोहर है. खास बात यह भी यह मेला गन्ना किसानों के लिए खास है. यहां मेले के दिन पूरे राज्य भर से गन्ना किसान अपने-अपने गन्ने को बेचने के लिए पहुंचते हैं.

मंदिर के पुजारी ने बताया

मंदिर के पुजारी नरेंद्र मिश्र ने बताया कि मंदिर में भगवान विष्णु के अवतार भगवान नरसिंह की काले ग्रेफाइट पत्थर पर बनी प्राचीन प्रतिमा स्थापित है. गर्भगृह में भगवान विष्णु के साथ भगवान शिव भी विराजमान हैं. जहां शिवलिंग जमीन से लगभग 3 फीट नीचे स्थित है. विष्णु और शिव का एक साथ विराजमान होना. यह स्थान वैष्णव और शिव भक्तों के लिए खास बनाता है. इस मंदिर की स्थापना 1632 ईस्वी में पंडित दामोदर मिश्र द्वारा की गई थी.

यहां दूर-दूर से श्रद्धालु अपनी मनोकामनाएं लेकर आते हैं. कार्तिक पूर्णिमा और माघ पूर्णिमा के दिनों में यहां भीड़ विशेष रूप से बढ़ जाती है. मंदिर परिसर में भगवान सूर्य, नारद, शिव-पार्वती, नवग्रह और बाहर हनुमान जी की प्रतिमाएं भी स्थापित हैं. यहा सालभर श्रद्धालु दर्शन के लिए आते हैं, लेकिन पूर्णिमा के दिन पूजा का विशेष महत्व माना जाता है.

400 सालों से यहां गन्ना बेचने आते हैं किसान

इस मेले का किसानों के बीच विशेष आकर्षण है. लगभग 400 वर्षों से किसान यहां ईख बेचने आते हैं, क्योंकि मान्यता है कि मंदिर में पूजा के बाद ईख घर ले जाने से सुख-समृद्धि मिलती है. इसी परंपरा के कारण इस मेले को स्थानीय स्तर पर ‘कैतारी मेला’ भी कहा जाता है. यह न केवल हजारीबाग बल्कि अन्य जिलों से भी किसान यहां गन्ना बेचने आते हैं.

पाषाण कालीन इस नरसिंह मंदिर को झारखंड में आस्था का प्रमुख केंद्र माना जाता है. यह झारखंड का एकमात्र नरसिंह मंदिर है और किसानों व भक्तों के लिए यह मेला विशेष धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व रखता है.

authorimg

Brijendra Pratap Singh

बृजेंद्र प्रताप सिंह डिजिटल-टीवी मीडिया में लगभग 4 सालों से सक्रिय हैं. मेट्रो न्यूज 24 टीवी चैनल मुंबई, ईटीवी भारत डेस्क, दैनिक भास्कर डिजिटल डेस्क के अनुभव के साथ संप्रति News.in में सीनियर कंटेंट राइटर हैं. …और पढ़ें

बृजेंद्र प्रताप सिंह डिजिटल-टीवी मीडिया में लगभग 4 सालों से सक्रिय हैं. मेट्रो न्यूज 24 टीवी चैनल मुंबई, ईटीवी भारत डेस्क, दैनिक भास्कर डिजिटल डेस्क के अनुभव के साथ संप्रति News.in में सीनियर कंटेंट राइटर हैं. … और पढ़ें

न्यूज़18 को गूगल पर अपने पसंदीदा समाचार स्रोत के रूप में जोड़ने के लिए यहां क्लिक करें।
homedharm

450 साल पुराना झारखंड का चमत्कारी मंदिर, यहां हर किसान बेचते हैं गन्ना

Hot this week

5 Winter Superfoods for Immunity | ठंड में ये 5 चीजें सेहत के लिए रामबाण

Natural Immunity Boosters for Winter: सर्दियों का मौसम...

Topics

5 Winter Superfoods for Immunity | ठंड में ये 5 चीजें सेहत के लिए रामबाण

Natural Immunity Boosters for Winter: सर्दियों का मौसम...

Haldi ceremony meaning। हल्दी के बाद बाहर क्यों नहीं जाते

Last Updated:November 06, 2025, 12:34 ISTWedding Rituals: हल्दी...
spot_img

Related Articles

Popular Categories

spot_imgspot_img