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Neem Karoli Baba ke Dham : उत्तराखंड की पवित्र भूमि सदियों से आस्था और अध्यात्म का केंद्र रही है. कैंची धाम यहां के सबसे चर्चित जगहों में से एक है. ये बाबा नीम करौली महाराज की तपोस्थली है. कैंची धाम के अलावा भी बाबा के कई मंदिर नैनीताल में हैं, आइये जानते हैं.

बाबा नीम करौली महाराज को बजरंग बली का स्वरूप माना जाता है. दुनियाभर में उनके करोड़ों अनुयायी हैं. फेसबुक के मार्क जुकरबर्ग, हॉलीवुड एक्ट्रेस जूलिया रॉबर्ट्स और क्रिकेटर विराट कोहली जैसे नामचीन लोग भी उनकी भक्ति में विश्वास रखते हैं. बाबा का मुख्य धाम नैनीताल जिले में स्थित कैंची धाम है, जहां श्रद्धालु बाबा के दर्शन कर आशीर्वाद और आत्मिक शांति का अनुभव करते हैं.

नैनीताल के भवाली-अल्मोड़ा मार्ग पर स्थित कैंची धाम, बाबा नीम करौली का प्रमुख और प्रसिद्ध मंदिर है. हर साल 15 जून को यहां विशाल भंडारा आयोजित होता है, जिसमें हजारों श्रद्धालु शामिल होते हैं. यह वही स्थान है जहां बाबा ने अपने कई चमत्कार दिखाए. यहां बाबा की मूर्ति और हनुमान जी के दर्शन से भक्ति, शांति और सकारात्मक ऊर्जा का अनुभव मिलता रहा है.

नैनीताल शहर से करीब 2 किलोमीटर दूर मनोरा पहाड़ी पर स्थित हनुमानगढ़ी धाम, बाबा नीम करौली की कृपा का प्रतीक है. बाबा ने 1953 में यहां हनुमान जी की विशाल मूर्ति स्थापित कराई थी. यह स्थान सूर्योदय और सूर्यास्त देखने के लिए प्रसिद्ध है. श्रद्धालुओं का मानना है कि यहां की भक्ति और सुंदरता आत्मा को शांति देती है और मन में नई ऊर्जा भरती है.

नैनीताल से लगभग 12 किलोमीटर दूर भवाली-ज्योलीकोट मार्ग पर स्थित भूमियाधार धाम, बाबा के प्रिय स्थलों में से एक रहा है. बाबा यहां अक्सर ध्यान और कीर्तन करते थे. स्थानीय लोगों ने श्रद्धा से अपनी भूमि दान कर इस आश्रम का निर्माण कराया. हरे-भरे जंगलों के बीच स्थित यह स्थान ध्यान, साधना और प्रकृति प्रेमियों के लिए बेहद शांत और दिव्य अनुभव कराता है.

भवाली से 30 किलोमीटर दूर अल्मोड़ा मार्ग पर स्थित काकड़ीघाट आश्रम आध्यात्मिकता का अद्भुत केंद्र है. यहां बाबा नीम करौली ने शिवलिंग की स्थापना की थी और संत सोमवारी महाराज ने साधना की थी. यह वही स्थान है जहां स्वामी विवेकानंद ने भी ध्यान लगाया था. शांत नदी किनारे स्थित यह आश्रम आज भी साधकों और श्रद्धालुओं को आत्मिक शांति प्रदान करता है.

कैंची धाम, हनुमानगढ़ी, भूमियाधार और काकड़ीघाट ये चारों धाम बाबा नीम करौली महाराज की साधना भूमि माने जाते हैं. हर धाम का अपना महत्त्व है. श्रद्धालु मानते हैं कि इन चारों स्थलों की यात्रा करने से जीवन में सकारात्मकता, सफलता और शांति आती है. कहा जाता है कि जिस पर बाबा की कृपा बरसे, उसका जीवन प्रकाश से भर जाता है.