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Kajari Teej 2024: कजरी तीज पर सर्वार्थ सिद्धि योग, दिनभर पंचक, दोपहर तक भद्रा का साया, जानें मुहूर्त, मंत्र, सामग्री, पूजा विधि


कजरी तीज का पावन पर्व 22 अगस्त दिन गुरुवार को है. कजरी तीज के अवसर पर सुहागन महिलाएं व्रत रखती हैं और तीज माता की पूजा करती हैं. इस बार कजरी तीज के दिन सर्वार्थ सिद्धि योग बन रहा है, लेकिन दिनभर पंचक रहेगा और दोपहर तक भद्रा का साया है. ऐसे में पूजा पाठ और व्रत कैसे होगा? यह एक बड़ा सवाल है. तिरुपति के ज्योतिषाचार्य डॉ. कृष्ण कुमार भार्गव से जानते हैं कजरी तीज के मुहूर्त, मंत्र, सामग्री और पूजा विधि के बारे में. ज्योतिषाचार्य डॉ. भार्गव का कहना है कि सभी पंचक हानिकारक नहीं होते हैं, वैसे भी कजरी तीज के दिन लगा पंचक, राज पंचक है, जो शुभ माना जाता है क्योंकि इसका प्रारंभ सोमवार को रक्षाबंधन के दिन हुआ था.

कजरी तीज 2024 मुहूर्त
भाद्रपद कृष्ण तृतीया तिथि का प्रारंभ: 21 अगस्त, बुधवार, शाम 05:06 बजे से
भाद्रपद कृष्ण तृतीया तिथि का समापन: 22 अगस्त, गुरुवार, दोपहर 01:46 बजे पर
पूजा का समय: शाम को 06:53 बजे के बाद से, सूर्यास्त के बाद प्रदोष काल में

सर्वार्थ सिद्धि योग में कजरी तीज 2024
कजरी तीज के अवसर पर सर्वार्थ सिद्धि योग बन रहा है. सर्वार्थ सिद्धि योग रात में 10 बजकर 05 मिनट से बन रहा है, जो अगले दिन 23 अगस्त को सुबह 05 बजकर 55 मिनट तक रहेगा. सर्वार्थ सिद्धि योग में आप जो भी कार्य करते हैं, वह सफलतादायक होता है. इस योग में जो भी कार्य करेंगे, उसके सफल सिद्ध होने की संभावना अधिक होती है.

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राज पंचक में है कजरी तीज 2024
कजरी तीज को पूरे दिन राज पंचक लगा है. राज पंचक में राजा के समान सुख प्राप्त होता है. इस वजह से कजरी तीज पर लगा पंचक व्रती के लिए शुभ फलदायी कहा जा सकता है.

कजरी तीज 2024 भद्रा का समय
कजरी तीज के दिन सुबह में ही भद्रा लग रही है. भद्रा सुबह में 5 बजकर 54 मिनट से दोपहर 1 बजकर 46 मिनट तक है. इस भद्रा का वास पृथ्वी लोक पर है. हालांकि पूजा के समय भद्रा नहीं होगी.

कजरी तीज 2024 पूजा मंत्र
1. हे गौरी शंकरार्धांगी। यथा त्वं शंकर प्रिया,
तथा मां कुरु कल्याणी, कान्त कान्तां सुदुर्लभाम्.

2. या देवी सर्वभूतेषु मां गौरी रूपेण संस्थिता,
नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नम:.

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कजरी तीज 2024 पूजन सामग्री
तीज माता यानि माता पार्वती, भगवान शिव और गणेश जी की मूर्ति, लकड़ी की एक चौकी, जनेऊ, अक्षत्, फूल, फल, माला, पान, सुपारी, श्रृंगार सामग्री, हरे रंग की नई साड़ी, एक चुनरी, दूर्वा, हल्दी, कुमकुम, चंदन, गंगाजल, बेलपत्र, भांग, धतूरा, दूध, दही, शहद, पंचमेवा, धूप, दीप, गंध, मिठाई, नैवेद्य, तीज व्रत कथा, आरती की पुस्तक आदि.

कजरी तीज 2024 पूजा विधि
तीज के दिन शुभ मुहूर्त में एक चौकी पर भगवान शिव, माता पार्वती और गणेश जी की स्थापना करें. फिर सबसे पहले गणेश जी की पूजा करें. उनको अक्षत्, फूल, हल्दी, दूर्वा, चंदन, धूप, दीप, जनेऊ, पान, सुपारी आदि चढ़ाएं. उसके बाद शिव जी को बेलपत्र, भांग, धतूरा, गंगाजल, अक्षत्, फूल, शहद, चंदन, जनेऊ आदि अर्पित करते हुए पूजन करें. फिर माता पार्वती की पूजा करें. उनको लाल फूल, अक्षत्, कुमकुम, सोल​ह श्रृंगार की सामग्री, माला, चुनरी, साड़ी, धूप, दीप, नैवेद्य चढ़ाएं. उसके बाद कजरी तीज की व्रत कथा सुनें. फिर आरती करें. पूजा के अंत में मनोकामना पूर्ति के लिए प्रार्थना करें.

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