कोल्हापुर : मुंबई का लालबाग राजा न केवल राज्य बल्कि पूरे देश में एक प्रसिद्ध सार्वजनिक गणेश मंडल है. इसे खासतौर पर भक्तों की मन्नतें पूरी करने वाले बप्पा के नाम से जाना जाता है, जिस वजह देशभर से श्रद्धालु बड़ी संख्या में यहां आते हैं. इस कारण लालबाग के राजा के दर्शन करना आसान नहीं है.
कोल्हापुर में 12 वर्षों से विराजमान हैं लालबाग के राजा
घंटों लाइन में खड़े रहने के बाद ही भक्तों को बप्पा के दर्शन होते हैं. लेकिन कोल्हापुर में भी एक ऐसा मंडल है, जो पिछले 12 वर्षों से लालबाग के राजा के रूप में गणेश प्रतिमा स्थापित कर रहा है और उनकी सेवा कर रहा है. दिलचस्प बात यह है कि इस प्रतिमा को लालबाग के राजा के मूल मूर्तिकार संतोष रत्नाकर कांबली ने ही बनाया है. 14 फीट ऊंची यह मूर्ति लालबाग स्थित कार्यशाला में तैयार होती है और वहां से बड़े धूमधाम से कोल्हापुर लाया जाता है. मूर्ति को ढोल-ताशा मंडली और विद्युत प्रकाश व्यवस्था के साथ शहर में लाया जाता है, और गणेश चतुर्थी पर इसे मंडप में स्थापित किया जाता है. कोल्हापुर के लोगों ने इस बप्पा को ‘कोल्हापुर के राजा’ की उपाधि दी है. इस जानकारी को कोल्हापुर के राजा गोल सर्कल मित्र मंडल के सदस्य गणेश पाटिल ने साझा किया.
नवासा के गणपति
इस वर्ष भी 7 सितंबर को गणेशोत्सव के दौरान कोल्हापुर के राजा का विधिवत राजतिलक किया गया. गणेशोत्सव में न केवल कोल्हापुर बल्कि पूरे पश्चिमी महाराष्ट्र से श्रद्धालु दर्शन और मन्नत के लिए आते हैं. यह गणपति ‘नवासा के गणपति’ के नाम से भी प्रसिद्ध हैं. भक्तों का मानना है कि इनके दर्शन से सभी इच्छाएं पूरी होती हैं.
यह मंडल सामाजिक कार्यों में भी सक्रिय है. हर वर्ष कुछ नया करने का प्रयास करते हुए यह मंडल समाज के जरूरतमंदों की मदद करता है. मंडल के कोषाध्यक्ष शिवम पोवार ने बताया कि छात्रों को शिक्षा की मुख्यधारा में लाने के साथ ही, मंडल रक्तदान शिविर भी आयोजित करता है.
FIRST PUBLISHED : September 8, 2024, 11:49 IST
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