देवघर: एक वर्ष में कुल चार नवरात्रि के पर्व होते हैं, इसमें दो नवरात्रि गुप्त होती हैं. वहीं दो नवरात्रि में एक शारदीय और एक चैत्र की होती है. अंग्रेजी कैलेंडर के अनुसार, साल 2025 की पहली नवरात्रि यानी माघ गुप्त नवरात्रि जल्द ही शुरू होने वाली है. वहीं, हिंदी कैलेंडर के अनुसार देखें तो माघ गुप्त नवरात्रि हिंदू वर्ष की अंतिम नवरात्रि होती है, क्योंकि हिंदी पंचांग में माघ मास 11वां महीना होता है. चैत्र नवरात्रि से हिंदू नववर्ष की शुरुआत होती है. माघ मास में दुर्गा पूजा के साथ-साथ स्नान दान का विशेष महत्व है.
देवघर के पागल बाबा आश्रम स्थित मुद्गल ज्योतिष केंद्र के प्रसिद्ध ज्योतिषाचार्य पंडित नंदकिशोर मुद्गल ने Bharat.one को बताया कि माघ महीने में गुप्त तरीके से नवरात्रि का पर्व मनाया जाता है. जिसे गुप्त नवरात्रि भी कहा जाता है. इस साल गुप्त नवरात्रि की शुरुआत 30 जनवरी को होने जा रही है. माघी नवरात्रि में माता दुर्गा के 10 महाविद्या की पूजा गुप्त तरीके से की जाती है. तंत्र-मंत्र की साधना के लिए यह नवरात्रि बेहद उत्तम मानी गई है. गुप्त नवरात्रि में माता दुर्गा की पूजा करने से सभी दुखों का अंत हो जाता है.
घटस्थापना का शुभ मुहूर्त
ज्योतिषाचार्य ने बताया कि ऋषिकेश पंचांग के अनुसार, गुप्त नवरात्रि 30 जनवरी गुरुवार से शुरू हो रही है. समापन 7 फरवरी को होने वाला है. वहीं, गुप्त नवरात्रि के पहले दिन घटस्थापना किया जाता है. स्थापना का शुभ मुहूर्त प्रातः 8 बजकर 21 मिनट तक है. वहीं अभिजीत मुहूर्त में भी घटस्थापना कर सकते हैं जो सुबह 11 बजे से 11 बजकर 40 मिनट तक रहने वाला है.
FIRST PUBLISHED : January 7, 2025, 19:45 IST