प्रयागराज: यूपी के प्रयागराज में महाकुंभ मेला 2025 का आयोजन किया जा रहा है. यहां गंगा यमुना एवं अदृश्य सरस्वती के पावन संगम की रेती पर 12 वर्षों के पश्चात दुनिया के सबसे बड़े सांस्कृतिक धार्मिक एवं आध्यात्मिक मेले का आयोजन 13 जनवरी से शुरू हो रहा है. वहीं, इस बार कुंभ में सनातन धर्म का सबसे बड़ा समागम भी होता है.
महाकुंभ के मेले में सनातन धर्म से जुड़े दुनिया भर के साधु, संत सन्यासी एवं श्रद्धालु अपनी उपस्थिति दर्ज कराकर महाकुंभ की महिमा की अनुभूति करते हैं. ऐसे में आध्यात्मिक चमत्कारिक और अलौकिक बाबा भी अपने तपस्या के माध्यम से दुनिया के कल्याण के लिए अपने अनोखे अंदाज में भक्ति करते हुए देखे जा सकते हैं. इसी क्रम में उदयपुर से आए मौनी बाबा हैं, जो काफी डिजिटल हैं.
बड़े ही डिजिटल हैं मौनी बाबा
महाकुंभ मेले में कई मोनी बाबा आए हैं, लेकिन झीलों के शहर उदयपुर राजस्थान से आये मौनी बाबा रामानुजपुरी जी महाराज सबसे अनोखे हैं. 12 वर्षों के लिए मौन धारण किए मौनी महाराज अपने शिष्यों से सारी बातें डिजिटल के माध्यम से करते हैं. बाबा जी के पास कोई कॉपी कलम नहीं बल्कि एक स्मार्ट डिजिटल बोर्ड है. जिस पर वह लिखकर अपनी आवश्यकताओं के लिए शिष्यों को बताते हैं.
वहीं, Bharat.one से बात करते हुए उनके शिष्यों ने बताया कि महाराज जी के इशारों को हम लोग आसानी से समझ जाते हैं, लेकिन यह डिजिटल बोर्ड हमेशा महाराज जी के पास होता है. जिस पर वह एक पेन से लिखते हैं और एक बटन दबाते ही पूरा लिखा हुआ मिट जाता है.
जानें बाबा क्यों हुए मौन
मौनी महाराज रामानुजपुरी के शिष्य ने Bharat.one से बात करते हुए बताया कि महाराज जी मौन धारण किए हुए हैं, जिनका एक साल से ज्यादा समय बीत चुका है. मौन होने के पीछे का उद्देश्य सनातन धर्म का उत्थान एवं सनातन धर्म को लेकर फैलाई गई बुराइयों को दूर करने के लिए है. मौनी महाराज जी का मानना है कि जब तक भारत में मौजूद सभी मुसलमान सनातन धर्म स्वीकार नहीं कर लेते. तब तक वह मौन धारण किए रहेंगे.
FIRST PUBLISHED : January 5, 2025, 07:08 IST