देवघर. कुछ ही दिनों में हम लोग अंग्रेजी कैलेंडर के अनुसार नए साल यानी 2025 में प्रवेश कर जाएंगे. नए साल के आगमन के साथ ही त्यौहार का सीजन भी शुरू हो जाएगा. लोगों को त्यौहार का बेसब्री से इंतजार रहता है. वहीं नए साल में सूर्य मकर राशि में प्रवेश कर जाएंगे. जैसे ही सूर्य मकर राशि में प्रवेश करेंगे उस दिन पूरा देश मकर संक्रांति के रूप में त्यौहार मनाया जाता है. साथ ही खरमास की भी समाप्ति हो जाएगी.मकर संक्रांति के दिन स्नान – दान का बेहद खास महत्व होता है, तो आईये देवघर के ज्योतिषाचार्य से जानते हैं कि कब मनाया जाएगा मकर संक्रांति का त्यौहार?
क्या कहते हैं देवघर के ज्योतिषाचार्य
देवघर के प्रसिद्ध ज्योतिषाचार्य पंडित नंदकिशोर मुद्गल ने Bharat.one के संवाददाता से बातचीत करते हुए कहा कि नया साल 2025 शुरुआत होने में महज अब कुछ ही दिन से बचे हैं. नए साल में सूर्य अपना राशि परिवर्तन करते हैं. इस साल सूर्य 14 जनवरी को मकर राशि में प्रवेश करने वाले हैं. यानी 14 जनवरी को ही पुरे देश भर में मकर संक्रांति का त्यौहार मनाया जाएगा. मकर संक्रांति के दिन गंगा स्नान और दान का बेहद खास महत्व होता है. इस दिन दान करने से उत्तम फल की प्राप्ति होती है.
कब से शुरू हो रही है संक्रांति
ज्योतिषाचार्य बताते हैं कि 14 जनवरी भौर 03 बजकर 12 से संक्रांति की शुरुआत हो रही है. यानी 14 जनवरी को पूरा दिन भर संक्रांति मनाया जाएगा.14 जनवरी को स्नान दान का खास महत्व बताया गया है.इस दिन अहले सुबह 03बजकर 12 मिनट से लेकर शाम 05 बजकर 24 मिनट तक स्नान दान का शुभ मुहूर्त रहने वाला है. जिसे पुण्य काल भी कहा जाता है. इसके साथ ही 15 जनवरी को माघ स्नान भी कर सकते है. जिसे कुंभ स्नान भी कहा जाता है. 15 जनवरी को गंगा स्नान करने से सभी प्रकार के भूलवश हुई पाप समाप्त हो जाते हैं और अक्षय पुण्य फल की प्राप्ति होती है.
क्यूँ है शुभ मकर संक्रांति
ज्योतिषाचार्य बताते है की मकर संक्रांति के दिन भगवान सूर्य उत्तरायण में रहते हैं. माना जाता है कि उत्तरायण के दिन जो भी व्यक्ति की मृत्यु होती है. सीधा स्वर्ग की प्राप्ति होती है.
मकर संक्रांति के दिन अवश्य करें दान
ज्योतिषाचार्य बताते हैं कि पूरा सालों पर जो भी भूलवश जो भी पाप हुआ है. अगर मकर संक्रांति के दिन आप किसी गरीब या असहाय व्यक्ति को गर्म कपड़े दान करें या फिर चांदी भी दान कर सकते है. वहीं एक काँसे के बर्तन से तिल और चावल का दान करते हैं, तो पाप समाप्त हो जाता है और अक्षय पुण्य फल की प्राप्ति होती है. साथ ही पूरा साल घर में सुख समृद्धि की वृद्धि होती है.
FIRST PUBLISHED : December 26, 2024, 13:11 IST
Disclaimer: इस खबर में दी गई जानकारी, राशि-धर्म और शास्त्रों के आधार पर ज्योतिषाचार्य और आचार्यों से बात करके लिखी गई है. किसी भी घटना-दुर्घटना या लाभ-हानि महज संयोग है. ज्योतिषाचार्यों की जानकारी सर्वहित में है. बताई गई किसी भी बात का Bharat.one व्यक्तिगत समर्थन नहीं करता है.