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March Pradosh Vrat 2025 Date: फाल्गुन माह के शुक्ल पक्ष की त्रयोदयशी तिथि को मार्च का पहला प्रदोष व्रत रखा जाएगा. व्रत पर शिव पूजा के लिए 02 घंटे 25 मिनट का मुहूर्त है. व्रत के दिन 3 शुभ योग बनने वाले हैं. ज्यो…और पढ़ें

मार्च का पहला प्रदोष व्रत 2025 तारीख.
हाइलाइट्स
- प्रदोष व्रत को करने से शिव कृपा प्राप्त होती है.
- मार्च का पहला प्रदोष व्रत फाल्गुन शुक्ल त्रयोदयशी को है.
- प्रदोष पर सर्वार्थ सिद्धि योग, रवि योग और सुकर्मा योग बन रहे हैं.
मार्च का पहला प्रदोष व्रत फाल्गुन माह के शुक्ल पक्ष की त्रयोदयशी तिथि को रखा जाएगा. यह व्रत मंगलवार के दिन होगा, इसलिए इसे भौम प्रदोष व्रत भी कह सकते हैं. मार्च के पहले प्रदोष व्रत पर शिव पूजा के लिए 02 घंटे 25 मिनट का मुहूर्त है. व्रत के दिन 3 शुभ योग बनने वाले हैं. प्रदोष व्रत को करने से शिव कृपा प्राप्त होती है, रोग, दोष, कष्ट आदि से मुक्ति मिलती है और मनोकामनाएं पूरी होती हैं. उज्जैन के महर्षि पाणिनि संस्कृत एवं वैदिक विश्वविद्यालय के ज्योतिषाचार्य डॉ. मृत्युञ्जय तिवारी से जानते हैं कि मार्च का पहला प्रदोष व्रत कब है? उस दिन कौन से 3 शुभ योग बनेंगे? प्रदोष व्रत की पूजा का मुहूर्त क्या है?
मार्च का पहला प्रदोष व्रत 2025 तारीख
हिंदू कैलेंडर के अनुसार, फाल्गुन माह के शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि 11 मार्च को सुबह 8 बजकर 13 मिनट से शुरू होगी. यह तिथि अगले दिन 12 मार्च को सुबह 9 बजकर 11 मिनट तक मान्य है. उदयातिथि के आधार पर त्रयोदशी तिथि 11 मार्च को है. मार्च का पहला प्रदोष व्रत 11 मार्च को रखा जाएगा.
3 शुभ योग में मार्च का पहला प्रदोष 2025
इस बार मार्च के पहले प्रदोष व्रत पर 3 शुभ योग बन रहे हैं. प्रदोष पर सर्वार्थ सिद्धि योग, रवि योग और सुकर्मा योग बन रहे हैं. भौम प्रदोष के दिन सर्वार्थ सिद्धि योग सुबह में 6 बजकर 35 मिनट से अगले दिन 12 मार्च को तड़के 2 बजकर 15 मिनट तक रहेगा.
वहीं रवि योग त्रयोदशी तिथि में 12 मार्च को तड़के 2 बजकर 15 मिनट से सुबह 6 बजकर 34 मिनट तक है. इनके अलावा सुकर्मा योग दोपहर में 1 बजकर 18 मिनट से बनेगा और अगले दिन दोपहर में 1 बजे तक रहेगा. शिव पूजा सुकर्मा योग और सर्वार्थ सिद्धि योग में होगा.
मार्च प्रदोष व्रत मुहूर्त 2025
11 मार्च को भौम प्रदोष व्रत की पूजा का शुभ मुहूर्त शाम को 6 बजकर 27 मिनट से रात 8 बजकर 53 मिनट तक है. इस समय में आपको भगवान शिव की पूजा विधि विधान से करनी चाहिए. जो लोग ये व्रत रखते हैं, उनको प्रदोष काल में ही पूजा करनी चाहिए.
प्रदोष व्रत के दिन ब्रह्म मुहूर्त तड़के 4 बजकर 58 मिनट से प्रात: 5 बजकर 47 मिनट तक है. उस दिन का शुभ समय या अभिजीत मुहूर्त दोपहर में 12 बजकर 7 मिनट से दोपहर 12 बजकर 55 मिनट तक है.
मार्च के प्रदोष व्रत पर शिववास
मार्च के पहले प्रदोष व्रत के दिन शिववास कैलाश पर है, जो प्रात:काल से सुबह 8 बजकर 13 मिनट तक है. उसके बाद से शिववास नंदी पर है. रुद्राभिषेक के लिए शिववास देखा जाता है. जिस दिन शिववास होता है, तक रुद्राभिषेक करते हैं. प्रदोष व्रत के दिन आप रुद्राभिषेक करके पुण्य लाभ ले सकते हैं.
March 07, 2025, 12:34 IST
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