
हरिद्वार. पूर्णिमा के दिन चंद्रमा अपने पूर्ण आकार में होते हैं. धार्मिक मान्यता है कि चंद्रमा की पूजा करने से विशेष फल की प्राप्ति होती है. धार्मिक मान्यता के अनुसार नवग्रहों में चंद्रमा को शीतलता और शांति का प्रतीक माना गया है. कुंडली में चंद्रमा की अच्छी स्थिति व्यक्ति के मन को शांत रखती है. मन शांत होने से सभी सुखों का अनुभव होता है. पूर्णिमा के दिन चंद्रमा की पूजा करना और उन्हें चांदी के पात्र से जल देने का बहुत अधिक महत्व होता है. पूर्णिमा के दिन चंद्रमा की पूजा अर्चना करने से मानसिक शांति होती है, चर्म रोग खत्म हो जाते हैं और धन प्राप्ति के द्वार खुल जाते हैं.
हरिद्वार के ज्योतिषी पंडित श्रीधर शास्त्री बताते हैं कि पूर्णिमा के दिन चंद्रमा अपने पूर्ण आकार में होते हैं. शास्त्रों के अनुसार चंद्रमा अपने संपूर्ण आकार में साधकों को पूर्ण से अधिक फल प्रदान करते हैं. पूर्णिमा के दिन चंद्रमा अपनी सभी कलाओं से संपन्न होते हैं. इस दिन चंद्रमा की अमृत रूपी किरणें धरती लोक पर पड़ती है. यदि इस दिन चंद्रमा को चांदी के पात्र से जल दिया जाए और उस जल में चंद्रमा के दर्शन किए जाएं तो आंखों के साथ शरीर भी सभी रोगों से मुक्त हो जाता है. इस माह में पड़ने वाली पूर्णिमा को मार्गशीर्ष पूर्णिमा के नाम से जाना जाता है. इस पूर्णिमा के दिन व्रत रहने से 32 गुना फल प्राप्त होता है. 15 दिसंबर को मार्गशीर्ष पूर्णिमा मनाई जाएगी, जो इस साल की आखिरी पूर्णिमा भी है.
चंद्रमा की पूजा से होते हैं ये फायदे
श्रीधर शास्त्री बताते हैं कि पूर्णिमा के दिन चंद्रमा की पूजा का विशेष महत्व होता है. कहते हैं पूर्णिमा पर चंद्र देव अमृत की बारिश करते हैं. पूर्णिमा पर चंद्रमा की पूजा से आरोग्य और सुख-समृद्धि का आशीर्वाद प्राप्त होता है. शास्त्रों के अनुसार चंद्रमा शीतलता और शांति के प्रतीक हैं. उनकी पूजा अर्चना करने से धन, संपत्ति आदि की प्राप्ति हो जाती है. शास्त्रों में चांदी को पवित्र माना गया है, यही कारण है कि चांदी के पात्र से चंद्रमा को पूर्णिमा के दिन जल देने से सबसे अधिक लाभ धन लाभ होता है.
Note: पूर्णिमा के दिन चंद्रमा को चांदी के पत्र से जल देने के महत्व की ज्यादा जानकारी के लिए आप हरिद्वार के विद्वान ज्योतिषी पंडित श्रीधर शास्त्री से उनके फोन नंबर 9557125411 और 9997509443 पर संपर्क कर सकते हैं.
FIRST PUBLISHED : December 14, 2024, 15:08 IST







