मिर्जापुर. मांगलिक कार्यकर्मों का समय आ गया है. विवाह होने शुरू हो गए हैं. ऐसे में सबसे ज्यादा संशय तारीखों को लेकर है. कौन सी तारीख और नक्षत्र में कौन से योग में बच्चों का शादी करें. ताकि, भविष्य में वैवाहिक जीवन में समस्याएं नहीं होने पाए. सनातन धर्म में विवाह के लिए कुछ अच्छे मुहूर्त होते हैं, जो अलग-अलग दिन नक्षत्र के अनुसार निर्धारित होते हैं. ज्योतिष गणना के अनुसार, 27 नक्षत्र है. इनमें चंद्रमा, राहु, शुक्र व मंगल में शादी करने से अच्छा फल मिलता है. रोहिणी, मघा, उत्तरा फाल्गुनी, हस्त, चित्रा, स्वाती व अनुराधा आदि नक्षत्र में अच्छी तारीख जरूर मिलते हैं. इनमें शादी करने पर रिश्तें लंबी दूरी तक चलते हैं.
मिर्जापुर के रहने वाले ज्योतिष के विद्वान अखिलेश अग्रहरि Bharat.one से बताते हैं कि चंद्रमा के दिन सोमवार, बुधवार और शुक्रवार विवाह के लिए अत्यधिक शुभ दिन होते हैं. तिथियों में द्वितीया, तृतीया, पंचमी, सप्तमी, एकादशी व त्रयोदशी पर विवाह के अच्छे तारीख मिलते हैं. इन तिथियों पर अच्छे दिन मिल जाए तो अति उत्तम होता है. अभिजीत मुहूर्त व गौधूली बेला को भी शादी के लिए सबसे खास माना जाता है. इन दोनों नक्षत्र में विवाह के लिए विशेष समय व मुहूर्त की आवश्यकता नहीं होती है. कुछ ऐसे अबूझ मुहूर्त हैं और उस दिन विवाह के लिए नक्षत्र व दिन की आवश्यकता नहीं होती है. उनमें देवउठनी एकादशी, बसंत पंचमी, अक्षय तृतीया व विजय दशमी पर खास योग बनता है.
ये तारीख सबसे उपयुक्त
अखिलेश अग्रहरि के मुताबिक, शादी के लिए जनवरी से लेकर जून तक का महीना विशेष माना जाता है. इसमें शादी करने से विशेष फल मिलते हैं. हालांकि, नवंबर में कुछ विशेष मुहूर्त हैं. 21 नवंबर (अनुराधा नक्षत्र), 22 नवंबर, 23 (मूल नक्षत्र), 24 नवंबर, 25 नवंबर, 26 नवंबर (उत्तराषाढा नक्षत्र), 30 नवंबर को उत्तरा भाद्रपद नक्षत्र पड़ रहा है. यह भी शुभ नक्षत्र है. दिसंबर 2026 में 1 दिसंबर को रेवती नक्षत्र, 4 दिसंबर को रोहिणी नक्षत्र, 5 दिसंबर को रोहिणी नक्षत्र, 6 दिसंबर को मृगशिरा नक्षत्र पड़ रहा है.
इसके बाद नहीं है शुभ
अखिलेश अग्रहरि बताते हैं कि 6 दिसंबर के बाद कोई अच्छा मुहूर्त नहीं है. इसके बाद खरमास लग जाता है. जनवरी माह में भी कोई अच्छा मुहूर्त नहीं है. फरवरी माह के पहले सप्ताह में कुछ अच्छे मुहूर्त है, जहां इंगेजमेंट या विवाह कर सकते हैं. यह आपके लिए शुभ फलकारक होते हैं.







