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Mars Transit 2024: मंगल का गोचर इन 6 राशियों के लिए खतरनाक, ज्योतिष से जानिए बचने का उपाय


ओम प्रयास /हरिद्वार: 20 अक्टूबर 2024 को मंगल ग्रह राशि परिवर्तन करेंगे. मंगल को साहस, आत्मविश्वास, ऊर्जा और उत्साह का प्रतीक माना जाता है. और ये चंद्रमा की कर्क राशि में प्रवेश करेंगे. वैदिक ज्योतिष के अनुसार, गोचर का सीधा संबंध नौ ग्रहों और 12 राशियों से होता है. गोचर का अर्थ ग्रहों की चाल से है, जब कोई ग्रह एक राशि से दूसरी में प्रवेश करता है. इस प्रक्रिया का व्यक्ति के जीवन और देश-दुनिया पर गहरा प्रभाव पड़ता है.

हरिद्वार के प्रसिद्ध ज्योतिषी पंडित शशांक शेखर शर्मा ने Bharat.one को बताया कि मंगल 20 अक्टूबर 2024 को दोपहर 2:46 बजे कर्क राशि में गोचर करेंगे. मंगल ग्रह कर्क राशि में लगभग 90 दिनों तक रहेंगे, जो कि सामान्यतः 46 दिनों से अधिक है. इस गोचर का विभिन्न राशियों पर नकारात्मक प्रभाव पड़ेगा, जिसमें आकस्मिक संपत्ति नुकसान, दुर्घटनाएं और बीमारियों का खतरा बढ़ सकता है. आइए जानें किन राशियों पर मंगल का गोचर बुरा प्रभाव डालने वाला है.

मेष राशि: मेष राशि के स्वामी मंगल हैं, और उनके गोचर से रक्त संबंधी विकार, त्वचा समस्याएं या ब्लड इंफेक्शन का खतरा हो सकता है. आंतरिक रक्तस्राव जैसी समस्याओं से बचने के लिए खान-पान और जीवनशैली पर विशेष ध्यान देना होगा.

कन्या राशि: कन्या राशि में मंगल का गोचर अष्टम भाव में होगा, जिससे आर्थिक समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं. सैलरी या पेमेंट में देरी या अप्रत्याशित खर्च, जैसे परिवार में किसी की बीमारी या दुर्घटना भी संभावित है.

धनु राशि: धनु राशि के जातकों के लिए अष्टम भाव में मंगल का गोचर दुर्घटनाओं का संकेत देता है. विशेष रूप से दोपहिया वाहन सावधानीपूर्वक चलाने की सलाह दी जाती है. आग और पानी से भी बचाव करना होगा. क्योंकि धनु अग्नि तत्व राशि है और मंगल जल तत्व राशि में गोचर कर रहे हैं.

कुंभ राशि: कुंभ राशि के जातकों को इस गोचर के दौरान स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं हो सकती हैं, विशेष रूप से वायरल इन्फेक्शन का खतरा रहेगा. बाहर का भोजन करते समय सावधानी बरतनी होगी.

मकर राशि: मंगल के गोचर से मकर राशि के जातकों को पारिवारिक समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है. जीवनसाथी के साथ संबंधों में तनाव या विवाद बढ़ सकता है, जिससे रिश्तों में खटास आ सकती है.

वृश्चिक राशि: वृश्चिक राशि के स्वामी मंगल हैं, और इस गोचर से संतान संबंधी समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं. विशेष रूप से पहली संतान को स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है.

पंडित शशांक से जानें उपाय
पंडित शशांक शेखर शर्मा ने Bharat.one को बताया कि मेष, कन्या, धनु, कुंभ, मकर और वृश्चिक राशि के जातकों को प्रतिदिन हनुमान चालीसा का पाठ करना चाहिए. अगर प्रतिदिन संभव न हो, तो प्रत्येक मंगलवार को यह पाठ करें. मंगल के स्वामी होने के कारण मेष और वृश्चिक राशि के जातक बजरंग बली को मीठा भोग चढ़ाने से लाभ प्राप्त कर सकते हैं.

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