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Veshakh Masik Shivratri April 2025: सनातन धर्म में हर महीने कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को मासिक शिवरात्रि मनाई जाती है. इस बार वैशाख माह की इस तिथि को लेकर असमंजक स्थिति बनी हुई है. आइए जानते हैं सही तिथि और श…और पढ़ें

मासिक शिवरात्रि
हाइलाइट्स
- 26 अप्रैल को मनाई जाएगी वैशाख मासिक शिवरात्रि.
- शिव मंत्रों का जाप करने से अधिक फल प्राप्त होता है.
- व्रत से दीर्घायु, ऐश्वर्य, आरोग्य और संतान की प्राप्ति होती है.
उज्जैन. हिन्दू धर्म में हर तिथि और वार का विशेष महत्व होता है. हर महीने शिवरात्रि आती है, जो कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को मनाई जाती है. यह दिन देवों के देव महादेव भोलेनाथ को समर्पित होता है. इस दिन भगवान शिव और मां पार्वती की पूजा की जाती है और भक्त व्रत भी रखते हैं. मान्यता है कि मासिक शिवरात्रि का व्रत रखने से मनोवांछित फल की प्राप्ति होती है. विवाहित महिलाओं के सुख और सौभाग्य में वृद्धि होती है, जबकि अविवाहितों के लिए शीघ्र विवाह के योग बनते हैं. इस बार वैशाख महीने में मासिक शिवरात्रि कब आ रही है, आइए जानते हैं उज्जैन के पंडित आनंद भारद्वाज से.
वैशाख माह की शिवरात्रि कब मनाई जाएगी?
वैदिक पंचांग के अनुसार, वैशाख माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि 26 अप्रैल को सुबह 08:27 बजे शुरू होगी और 27 अप्रैल को सुबह 04:49 बजे समाप्त होगी. सनातन धर्म में उदया तिथि का मान होता है, इसलिए 26 अप्रैल को मासिक शिवरात्रि मनाई जाएगी.
मासिक शिवरात्रि व्रत के लाभ
मान्यता है कि शिव मंत्रों का जाप शिवालय या घर के पूर्व भाग में बैठकर करने से अधिक फल प्राप्त होता है. मासिक शिवरात्रि की पूजा के बाद ब्राह्मणों को भोजन कराकर स्वयं भोजन करना चाहिए, जो भी भक्त इस व्रत को पूरे श्रद्धाभाव से करता है, उसके माता-पिता के सारे पाप नष्ट हो जाते हैं और स्वयं के सारे कष्ट दूर हो जाते हैं. इस व्रत की महिमा से व्यक्ति दीर्घायु, ऐश्वर्य, आरोग्य और संतान आदि प्राप्त करता है. ऐसा माना जाता है कि इस व्रत को करने वाले व्यक्ति की सभी मनोकामनाएं पूरी हो जाती हैं.
जरूर करें इन मंत्रों का जाप
– ऊं त्रिदलं त्रिगुणाकारम त्रिनेत्रम च त्रिधायुतम्। त्रिजन्म पाप संहारम एक बिल्व शिवार्पणम. – ऊं शिवाय नमः – ऊं सर्वात्मने नमः – ऊं त्रिनेत्राय नमः – ऊं हराय नमः – ऊं इन्द्रमुखाय नमः