अभिषेक जायसवाल /वाराणसी: दीप और खुशियों के महापर्व दिवाली से पहले यम चतुर्दशी का पर्व मनाया जाता है. इसे नरक चतुर्दशी के नाम से भी जानते है. इस दिन यम की पूजा और उनके नाम का दीप जलाया जाता है. दिवाली के तारीख के कन्फ्यूजन के कारण इस बार यम चतुर्दर्शी की तारीख को लेकर भी कन्फ्यूजन की स्तिथि है. कोई 30 अक्टूबर तो कोई 31 अक्टूबर को यम चतुर्दशी की बात कह रहा है. इस कन्फ्यूजन के बीच यम चतुर्दशी की सही तारीख क्या है आइए जानते हैं.
कब है नरक चतुर्दशी? Narak Chaturdashi 2024 Date
स्वामी कन्हैया महाराज ने बताया कि कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी तिथि को यम चतुर्दशी मनाई जाएगी. पंचांग के अनुसार इस बार चतुर्दशी तिथि की शुरुआत 30 अक्टूबर सुबह 11 बजकर 23 मिनट से हो रही, जो अगले दिन 31 अक्टूबर दोपहर 2 बजकर 53 मिनट पर समाप्त होगी. शास्त्रों के अनुसार यम चतुर्दशी पर यम के नाम का दीपक प्रदोष काल यानी शाम के समय जलाते है. ऐसे में यम चतुर्दशी की पूजा 30 अक्टूबर को ही की जाएगी.
नरक चतुर्दशी पर दीप जलाने पर फायदा
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, यम चतुर्दशी के दिन मृत्यु के देवता यमराज की पूजा होती है. इस दिन यम के नाम का दीप भी जलाया जाता. ऐसी मान्यता है कि ऐसा करने से यम यातनाओं से मुक्ति मिलती है. इसके अलावा इस दीप को जलाने से अकाल मृत्यु का भय भी समाप्त होता है.
दीप जलाने की सही दिशा और शुभ मुहूर्त Narak Chaturdashi Shubh Muhurat
पंचांग के अनुसार, 30 अक्टूबर को शाम 05 बजकर 30 मिनट से 07 बजकर 2 मिनट का समय यम के नाम का दीपक जलाने के लिए सबसे उपयुक्त है. यह दीप घर के बाहर दक्षिण दिशा में जलाना चाहिए. स्वामी कन्हैया महाराज ने बताया कि यह दीप चौमुखी होना चाहिए और इसे सरसों तेल से जलाना चाहिए.
FIRST PUBLISHED : October 24, 2024, 11:36 IST
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