अंजली शर्मा / कन्नौज. कन्नौज का नाम इत्र और इतिहास की नगरी से जाना जाता है. यहां पर राजा वेणु चक्र, राजा हर्षवर्धन, राजा जयचंद सहित कई राजाओं के नाम जुड़े हुए हैं, ऐसे में यहां पर कई ऐसे मंदिर हैं, जिनकी पौराणिक मान्यताएं बहुत खास है. नवरात्रों के दिन में कन्नौज में कुछ ऐसे सिद्ध पीठ हैं, जहां पर श्रद्धालु देश के साथ-साथ विदेश से भी दर्शन करने आते हैं, ऐसा ही एक खास मंदिर है, जिसका नाम है माता फूलमती सिद्ध पीठ मंदिर. यह एक चमत्कारी सिद्ध पीठ है, जहां पर माता के स्नान किए हुए नीर से नेत्र रोग और सफेद दाग रोग दूर हो जाता है. वहीं माता के दर्शन मात्र से ही सच्चे मन से मानी हुई सभी मनोकामना पूरी होती है.
कितना प्राचीन है मंदिर क्या है मान्यता
सिद्धपीठ माता फूलमती देवी मंदिर की मान्यता जिले के अलावा देश के कई राज्यों में है. नवरात्र के दिनों में यहां प्रतिदिन श्रद्धालुओं की भीड़ लगती है. मान्यता है कि मंदिर में स्थापित माता फूलमती प्रतिमा का नीर (स्नान कराए गए पानी) आंखों की ज्योति को बढ़ाता है.
कैसे पहुंचें मंदिर
मंदिर पहुंचने का रास्ता कन्नौज रेलवे स्टेशन व बस स्टैंड से चार किलोमीटर तथा कन्नौज सिटी स्टेशन से महज डेढ़ किलोमीटर की दूरी पर यह मंदिर स्थित है. यहां से टेंपो सुविधा उपलब्ध है जो मंदिर तक पहुंचाती है. मंदिर के पास ही सेठ वासुदेव सहाय इंटर कालेज व विनोद दीक्षित अस्पताल प्रसिद्ध स्थान हैं.
क्या बोले मंदिर पुजारी
मंदिर के पुजारी शिखर मिश्रा ने Bharat.one से बात करते हुए बताया कि यह मंदिर कितना प्राचीन है. यह आज तक कोई नहीं बता पाया, यह मंदिर में स्थापित प्रतिमा आदिकाल की बताई जाती है. ऐसा माना जाता है कि कन्नौज में एक राजा हुआ करते थे राजा वेणु चक्र यह उनकी पुत्री थी, मान्यता यह भी है कि उनके 7 पुत्रियां थी, सातों ने वैराग धारण कर समाधि ली थी और फिर वह देवी स्वरूप में कन्नौज के अलग-अलग स्थान पर विराजमान हैं. माता फूलमती उनमें से एक है, श्रद्धालुओं की ऐसी मान्यता है और कई ऐसे चमत्कार हुए हैं, जिसमे आंखों की समस्या लेकर श्रद्धालू आए और उनको माता की कृपा मिली. इसके बाद श्रद्धालुओं ने माता को मान्यता स्वरूप उनके चरणों में चांदी की आंखें अर्पित करते हैं. वहीं माता के स्नान किए हुए नीर को जो भी श्रद्धालु सच्चे मन से ग्रहण करता है इस नीर से माता की कृपा उसके ऊपर आती है,और उसके रोग- दोष सभी मुक्त हो जाते हैं. सफेद दाग संबंधित भी अगर किसी तरह की कोई समस्या लेकर माता के चरणों में कोई भी श्रद्धालु आता है तो माता का नीर उसके लिए अमृत के समान काम करता है. माता के दरबार में भारत के कोने-कोने के साथ-साथ विदेशी सैलानी भी यहां पर दर्शन करने आते हैं.
FIRST PUBLISHED : October 6, 2024, 15:17 IST
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