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Navratri 2025 Day 3: शादी नहीं हो रही? ऐसे करें मां चंद्रघंटा की पूजा, उज्जैन के आचार्य से जानें सही विधि, भोग और आह्वान मंत्र


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Maa Chandraghanta Puja: 22 सितंबर से नवरात्रि का शुभारंभ हो चूका है. यानी 9 दिनों तक माता रानी के 9 स्वरूपों की विधि विधान से पूजा अर्चना की जाएगी. तीसरे दिन चंद्रघंटा की पूजन का विधान है. आइए आचार्य से जानते हैं माता को प्रसन्न करने की विधि.

Navratri Day 3: हिंदू धर्म में नवरात्रि के 9 दिन सबसे पवित्र दिनों में गिने जाते हैं. माना जाता है कि सालभर में कुल चार नवरात्रि आती हैं. हर साल अश्विन माह मे शारदीय नवरात्रि धूमधाम से मनाई जाती हैं. सनातन धर्म में नवरात्रि पर्व का विशेष महत्व है. नवरात्रि के दौरान मां दुर्गा के 9 रूपों की विधि-विधान के साथ पूजा की जाती है. माना जाता है कि नवरात्रि के दौरान भगवती पूरे नौ दिन तक धरती पर भक्तों को आशीर्वाद देने लिए आती हैं. इस साल शारदीय नवरात्रि शुरू 22 सितंबर से हो चुकी है. उज्जैन के पंडित आनंद भारद्वाज ने बताया कि तीसरे दिन किस देवी की उपासना की जाए और क्या भोग लगाएं.

मां चंद्रघंटा की पूजा से बनेंगे विवाह योग 
नवरात्रि के तीसरे दिन मां चंद्रघंटा की पूजा विधि-विधान, सच्चे मन और श्रद्धा भाव से करें तो आप पहले से अधिक साहसी और निडर हो सकते हैं. कुंडली में मौजूद शुक्र ग्रह से संबंधित दोष भी दूर होता है. ऐसा इसिलए, क्योंकि मां चंद्रघंटा का संबंध शुक्र ग्रह से भी है. यदि आप अपने परिवार में सुख-समृद्धि लाना चाहते हैं तो भी देवी की पूजा करने से लाभ होता है. इससे वे प्रसन्न होकर परिवार की रक्षा करती हैं. शादी में रुकावट आ रही है तो दुर्गा के इस स्वरूप की पूजा करने से रिश्ता जल्दी तय हो सकता है. शादी में आ रही अड़चनें दूर होती हैं. साथ ही चंद्रघंटा की पूजा करने से जीवन के हर क्षेत्र में तरक्की मिलती है.

सौम्य स्वरूप में भक्तों के कस्ट हरती माता 
मां चंद्रघंटा की सवारी स‍िंह है और उनका रूप सौम्‍य है. स‍िंह पर सवार मां चंद्रघंटा का स्‍वरूप शांतिदायक है. उनके माथे पर घंटे के आकार का अर्थचंद्र है, इसलि‍ए उन्‍हें चंद्र घंटा कहा जाता है. उनके 10 भुजाएं हैं और सभी अलग-अलग शस्‍त्रों से व‍िभूष‍ित हैं. वह हाथ में गदा, त्र‍िशूल, तलवार और धनुष धारण करती हैं. उनकी मुद्रा ऐसी है जैसे वह दुष्टों का दमन और विनाश करने में सदैव तत्पर हैं. इसलिए अपने भक्‍तों के कष्‍टों का न‍िवारण वो त्‍वर‍ित रूप से करती हैं.

मां चंद्रघंटा का पिर्य भोग
नवरात्रि के तीसरे दिन माता चंद्रघंटा की पूजा की जाती है. माना जाता है कि व्यक्ति को मानसिक, शारीरिक और आर्थिक कष्टों से मुक्ति पाने के लिए माता चंद्रघंटा को दूध से बनी मिठाइयों और खीर का भोग लगाना चाहिए.

जरूर करें इन मंत्रों का जाप
– “या देवी सर्वभूतेषु मां चंद्रघंटा रूपेण संस्थिता।
नमस्तस्यै, नमस्तस्यै, नमस्तस्यै, नमो नमः।
-पिंडज प्रवरारूढा, चंडकोपास्त्रकैर्युता।
प्रसादं तनुते मह्यं, चंद्रघंटेति विश्रुता।।
– ॐ देवी चन्द्रघण्टायै नमः॥

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Dallu Slathia

Dallu Slathia is a seasoned digital journalist with over 7 years of experience, currently leading editorial efforts across Madhya Pradesh and Chhattisgarh. She specializes in crafting compelling stories across …और पढ़ें

Dallu Slathia is a seasoned digital journalist with over 7 years of experience, currently leading editorial efforts across Madhya Pradesh and Chhattisgarh. She specializes in crafting compelling stories across … और पढ़ें

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शादी नहीं हो रही? ऐसे करें मां चंद्रघंटा की पूजा, जानें सही विधि-मंत्र

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