Symptoms Of Bad Energy: कई बार हम सोचते हैं कि सब कुछ सही चल रहा है, लेकिन फिर भी मन भारी रहता है, घर का माहौल उदास लगता है या छोटी-छोटी बातों पर झगड़े होने लगते हैं. ऐसे में ज्यादातर लोग इसे भाग्य या हालात मान लेते हैं, लेकिन असल में इसकी जड़ कहीं और होती है – नेगेटिव एनर्जी, यानी नकारात्मक ऊर्जा, ये ऐसी चीज़ है जो दिखती तो नहीं, लेकिन असर बहुत गहरा छोड़ती है, अगर घर में ये एनर्जी बढ़ जाए तो हर चीज़ गड़बड़ होने लगती है – चाहे सेहत की बात हो, रिश्तों की या पैसों की. इस आर्टिकल में हम जानेंगे कि घर में नेगेटिव एनर्जी के कौन-कौन से संकेत होते हैं और उन्हें कैसे समझें. आइए जानते हैं ज्योतिषाचार्य रवि पराशर से.
अगर घर में रहते हुए बिना किसी वजह के थकान महसूस होती है, काम करने का मन नहीं करता या हर समय सुस्ती रहती है, तो ये सीधा इशारा है कि आसपास की ऊर्जा ठीक नहीं है. नेगेटिव एनर्जी शरीर की ऊर्जा को खींच लेती है जिससे इंसान हर वक्त कमजोर और बेचैन महसूस करता है.
2. बार-बार बीमार रहना
जब घर का एनर्जी लेवल डाउन होता है, तो इसका सीधा असर शरीर पर भी दिखता है. ऐसे घरों में रहने वाले लोग बार-बार सर्दी, सिरदर्द, या किसी न किसी बीमारी से जूझते रहते हैं. कई बार डॉक्टर भी वजह नहीं समझ पाते, अगर बिना कारण बीमारी बनी रहती है, तो समझ लीजिए वातावरण में कुछ गड़बड़ है.
3. दीवारों में दरारें और सीलन
घर की दीवारें सिर्फ ईंट और सीमेंट नहीं होतीं, ये एनर्जी का भी प्रतीक होती हैं, अगर बार-बार दीवारों में क्रैक्स आ रहे हैं, सीलन बनी रहती है या दीवारें काली पड़ रही हैं, तो ये संकेत है कि घर में पॉजिटिविटी कम हो रही है. ऐसे माहौल में रहने से मानसिक और भावनात्मक दोनों तरह का तनाव बढ़ता है.
4. मन का बार-बार नेगेटिव होना
एक बहुत आसान टेस्ट है – अगर दिनभर में आपका दिमाग दस बार नेगेटिव सोचता है और सिर्फ दो बार पॉजिटिव होता है, तो इसका मतलब है कि आपका घर नेगेटिव एनर्जी से घिरा है. वहीं अगर आप दिनभर में पचास बार पॉजिटिव सोचते हैं और सिर्फ दो बार नेगेटिव होते हैं, तो समझ लीजिए घर की एनर्जी बहुत अच्छी है. घर का एनर्जी लेवल सीधा इंसान के विचारों पर असर डालता है.
5. अनबन और बेचैनी का माहौल
ऐसे घरों में अक्सर बिना किसी वजह के झगड़े होते हैं. परिवार के लोग एक-दूसरे से बात करने में भी चिड़चिड़े हो जाते हैं. बच्चों में गुस्सा बढ़ जाता है और बुजुर्ग ज़्यादा परेशान रहने लगते हैं, अगर घर में बार-बार ऐसा होने लगे, तो ये साफ संकेत है कि वहां की एनर्जी नेगेटिव हो चुकी है.
6. पौधों का सूखना और पालतू जानवरों का बेचैन रहना
अगर आपके घर में पौधे अचानक सूखने लगें या पालतू जानवर बिना वजह परेशान रहें, तो ये भी एक संकेत है कि घर की वाइब्स सही नहीं हैं. जानवर और पौधे एनर्जी को जल्दी महसूस करते हैं, इसलिए उनका व्यवहार बहुत कुछ बता देता है.
क्या करें ताकि घर पॉजिटिव बने
अगर आपको लगता है कि घर की एनर्जी डाउन है, तो हर सुबह खिड़कियाँ खोलकर घर में ताज़ी हवा आने दें. नमक से पोछा करें, कपूर जलाएं और रोज़ सुबह भगवान का नाम लेकर सकारात्मक सोच से दिन की शुरुआत करें. हंसी-मज़ाक, अच्छा संगीत और प्यार भरा माहौल अपने आप नेगेटिव एनर्जी को खत्म कर देता है.