Rahu Influence In Life : अंक ज्योतिष में हर व्यक्ति की पहचान उसके जन्मदिन से बनती है, जिसे मूलांक कहा जाता है. यह सिर्फ एक अंक नहीं होता, बल्कि पूरे जीवन की चाल, स्वभाव, किस्मत और फैसलों को प्रभावित करने वाला अहम आधार बन जाता है. कई लोग मेहनत करने के बाद भी उस मुकाम तक नहीं पहुंच पाते जिसके वे हकदार होते हैं. उनकी राह में बार-बार अजीब तरह की रुकावटें आती रहती हैं, कभी अचानक काम रुक जाता है, कभी गलती से ऐसा कदम उठ जाता है जिससे नुकसान हो जाता है. इन सबके पीछे कई बार ग्रहों का असर जिम्मेदार माना जाता है, जिनमें सबसे जटिल ग्रह है राहु. राहु को छाया ग्रह कहा जाता है क्योंकि इसका असर सीधे दिखता नहीं, लेकिन इसका प्रभाव बहुत तेज होता है. खासकर एक खास मूलांक ऐसा है जिस पर राहु अपनी ऊर्जा बहुत मजबूत रूप से डालता है. इस वजह से उस मूलांक वाले लोगों के बने-बनाए काम भी अचानक बिगड़ जाते हैं. इस विषय में अधिक जानकारी दे रहे हैं भोपाल निवासी ज्योतिषी एवं वास्तु सलाहकार पंडित हितेंद्र कुमार शर्मा.
किस मूलांक पर राहु का असर सबसे ज्यादा होता है?
अंक ज्योतिष के अनुसार, मूलांक 4 पर राहु का प्रभाव सबसे गहरा माना जाता है. इस मूलांक का सीधा संबंध राहु से होता है, इसलिए इसकी ऊर्जा तेजी से इनके जीवन में काम करती है. मूलांक 4 वाले लोग कई बार सही और गलत के बीच साफ फर्क नहीं कर पाते. वे जल्दी उलझ जाते हैं, फैसले बदलते रहते हैं और कभी-कभी बिना सोचे कदम उठा लेते हैं. इस वजह से काम पूरा होने से ठीक पहले बिगड़ जाता है.
राहु अचानक स्थितियां बदल देता है. इसलिए मूलांक 4 वालों के जीवन में ऐसी चुनौतियाँ आती हैं जो पहले दिखाई भी नहीं देतीं. कभी किसी व्यक्ति से धोखा, कभी गलत जानकारी, कभी कानूनी दिक्कत और कई बार किसी के छुपे विरोध की वजह से काम रुक सकता है. यही कारण है कि ये लोग मन के अंदर बेचैनी महसूस करते हैं और किसी एक दिशा पर टिक नहीं पाते. लगातार बदलाव करने की आदत भी राहु की ही देन मानी जाती है.
राहु से जुड़े सामान्य संकेत
-अचानक काम रुक जाना
-बार-बार नुकसान होना
-फैसले बार-बार बदलना
-गलत लोगों पर भरोसा करना
-दिल और दिमाग के बीच उलझन रहना
-बिना वजह डर या चिंता

ये स्थितियां मूलांक 4 वालों के साथ ज्यादा दिखाई देती हैं.
राहु के असर को कम करने के उपाय
1. जरूरतमंदों की मदद करें
राहु को उन लोगों का ग्रह माना जाता है जो समाज के निचले हिस्से से जुड़े होते हैं. इसलिए शनिवार के दिन गरीबों, सफाई से जुड़े कर्मचारियों या जरूरतमंद लोगों को भोजन देना या सहायता करना राहु को शांत करने में मदद करता है.
2. काल भैरव की पूजा
राहु की उथल-पुथल भरी ऊर्जा को शांत करने के लिए काल भैरव की आराधना बेहद असरदार मानी जाती है. शनिवार को भैरव चालीसा पढ़ना या केवल उनका ध्यान करना भी अच्छा परिणाम देता है.
3. समय का सही उपयोग
मूलांक 4 वालों के लिए अनुशासन बेहद जरूरी है. अगर वे समय को सही तरीके से नहीं अपनाते, तो राहु की ऊर्जा और ज्यादा उलझन पैदा कर सकती है. दिन की शुरुआत और काम का क्रम तय रखना इनके लिए लाभकारी होता है.

4. सही रंगों का चयन
राहु से प्रभावित लोग गहरे रंग कम अपनाएं, खासकर नीला या भूरा. इनके बदले हल्के रंग जैसे सफेद, पीला या क्रीम उनके लिए बेहतर रहते हैं. ये रंग मन को शांत रखते हैं और उलझनों को कम करते हैं.
5. चांदी का उपयोग
चांदी राहु की नकारात्मक ऊर्जा को कम करने में मदद करती है. गले में चांदी की चेन या हाथ में चांदी का कड़ा पहनना लाभदायक माना जाता है.
6. राहु मंत्र का जप
रोजाना या कम से कम शनिवार को यह मंत्र जपें-
“ॐ भ्रां भ्रीं भ्रौं स: राहवे नम:”
इसके लगातार जप से मन में भ्रम कम होता है और सोच साफ होती है.







