Home Dharma Pitru Dosha Remedies। पितृपक्ष 2025, पितृदोष से मुक्ति के उपाय

Pitru Dosha Remedies। पितृपक्ष 2025, पितृदोष से मुक्ति के उपाय

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Pitru Dosha Symptoms: जीवन में कभी-कभी ऐसी चीजें घटती हैं जिन्हें हम समझ नहीं पाते. अचानक घर में छोटे-मोटे हादसे, कामों में रुकावट, बिजनेस या नौकरी में समस्या, संतान संबंधी परेशानियां—इन सबके पीछे कभी-कभी पितरों की नाराजगी भी हो सकती है. हिंदू मान्यता के अनुसार पितृपक्ष में पितरों की पूजा और तर्पण करने से उनके क्रोध को शांत किया जा सकता है. इस साल पितृपक्ष 07 सितंबर से 21 सितंबर तक है. अगर आप जीवन में बार-बार बाधाओं का सामना कर रहे हैं, तो यह समय आपके लिए बहुत खास है. आइए जानते हैं पितरों के नाराज होने के संकेत और पितृदोष से मुक्ति पाने के आसान उपाय. इस विषय में अधिक जानकारी दे रहे हैं भोपाल निवासी ज्योतिषी एवं वास्तु सलाहकार पंडित हितेंद्र कुमार शर्मा.

पितरों के नाराज होने के संकेत
1. वंश आगे बढ़ाने में बाधाएं
कई बार लोग बहुत कोशिश करने के बावजूद परिवार बढ़ाने में सफल नहीं होते. बच्चों का न होना, संतान संबंधी दिक्कतें या परिवार में किसी पीढ़ी का टूटना पितृदोष का संकेत हो सकता है.

3. घर में दुर्घटनाएं बढ़ने लगती हैं
कभी-कभी छोटी-मोटी घटनाएं होती रहती हैं, लेकिन लगातार एक के बाद एक दुर्घटनाएं घटती रहें, तो यह भी पितृदोष का संकेत हो सकता है.

4. बिजनेस और नौकरी में बाधाएं
जब मेहनत के बावजूद कामों में निरंतर रुकावटें आती हैं, प्रगति रुक जाती है या तरक्की नहीं मिलती, तो इसका मतलब हो सकता है कि पितर नाराज हैं.

5. मांगलिक कार्यों में बाधा
घर में किसी मांगलिक या शुभ कार्य के दौरान बार-बार समस्याएं आना भी पितृदोष का संकेत माना जाता है.

पितृदोष से मुक्ति पाने के विशेष उपाय

1. तर्पण और पिंडदान
पितृपक्ष में पितरों का तर्पण और पिंडदान जरूर करें. इससे पितरों की नाराजगी कम होती है और जीवन में शांति आती है.

2. भोजन और जल अर्पण
पितरों के नाम का भोजन और जल अलग निकालकर उन्हें समर्पित करें. इससे उनके क्रोध को शांत करने में मदद मिलती है.

3. पितरों की तस्वीर का सम्मान
पितरों की तस्वीर रोज साफ करें और उस पर फूल माला चढ़ाएं. इससे सकारात्मक ऊर्जा बढ़ती है और पितरों का आशीर्वाद मिलता है.

4. दीया जलाना
पितृपक्ष में दक्षिण दिशा में पितरों के नाम का दीया जरूर जलाएं. यह शुभ माना जाता है और पितरों को संतुष्ट करता है.

6. दान-पुण्य करना
ज्यादा से ज्यादा दान करना पितरों को खुश करता है. पौराणिक मान्यता के अनुसार दान-पुण्य से पितृदोष से मुक्ति मिलती है और जीवन में सुख-शांति आती है.

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