देवघर: पितृपक्ष 17 सितंबर से शुरू होने वाला है. पूर्वजों का तर्पण करने के लिए बहुत से लोग गया, गोदावरी या प्रयागराज जाने की तैयारी में हैं. इसके अलावा, बहुत से नदियों के किनारे भी तर्पण आदि पुरोहितों से कराते हैं. जाहिर सी बात है कि पूजा आदि कर्म में धन भी लगता है. लेकिन, जिनके पास धन की कमी हो वो कैसे पूर्वजों का तर्पण करें? देवघर के ज्योतिषाचार्य ने Bharat.one को इस समस्या का समाधान बताया है.
प्रसिद्ध ज्योतिषाचार्य पंडित नंदकिशोर मुद्गल ने Bharat.one को बताया कि 17 सितंबर से पितृपक्ष की शुरुआत होने वाली है, जो 2 अक्टूबर सर्वपितृ अमावस्या तक चलेगा. इस दौरान लोग पूर्वजों के नाम से गया मे तर्पण, श्राद्ध, पिंडदान इत्यादि करते हैं. इससे पितृ प्रसन्न होते हैं. वंश पर सकरात्मक प्रभाव पड़ता है. लेकिन, पितृपक्ष में बिना पैसा खर्च किए भी आप घर बैठे अपने पितृ को प्रसन्न कर सकते हैं.
घर पर रहकर ऐसे करें पितृ को प्रसन्न
ज्योतिषाचार्य ने Bharat.one को बताया कि अगर आपके पास पैसे की कमी है और गया जाकर अपने पितृ का तर्पण नहीं कर सकते तो जिस तिथि में आपके पितृ की मृत्यु हुई हो, उस तिथि में अपने आसपास नदी में स्नान करें. दक्षिण दिशा में बैठकर एक पात्र में सफेद पुष्प और तिल डालकर जल भरें. अपने पितरों का आह्वान करें. इसके बाद दोनों हाथ ऊपर कर सभी पितृ से निवेदन करें कि ”हमारी आर्थिक स्थिति सही नहीं होने के कारण हम गया नहीं जा सकते. विधिवत तर्पण नहीं करा सकते. इस साल यहीं से तर्पण कर रहे हैं, स्वीकार्य करें”. ऐसे में पितृ प्रसन्न होंगे और वंशवृद्धि एवं सुख-समृद्धि का आशीर्वाद प्रदान करेंगे.
FIRST PUBLISHED : September 11, 2024, 19:41 IST
Disclaimer: इस खबर में दी गई जानकारी, राशि-धर्म और शास्त्रों के आधार पर ज्योतिषाचार्य और आचार्यों से बात करके लिखी गई है. किसी भी घटना-दुर्घटना या लाभ-हानि महज संयोग है. ज्योतिषाचार्यों की जानकारी सर्वहित में है. बताई गई किसी भी बात का Bharat.one व्यक्तिगत समर्थन नहीं करता है.