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Pitru Paksha 2025: भाद्रपद पूर्णिमा से पितृपक्ष शुरू हो चुके हैं. अब 16 दिन तक पितरों के निमित्त पूजा, श्राद्ध, तर्पण आदि क्रियाएं होंगी. कुछ लोग घरों में पूर्वजों की तस्वीर की पूजा भी करते हैं. जानें उसके नियम…और पढ़ें
उज्जैन के ज्योतिषाचार्य आनंद भारद्वाज से जानें पूर्वजों की तस्वीर घर में किस जगह लगाना चाहिए. कई बार पूर्वजों की तस्वीर लगाने में लोग गलती कर बैठते हैं, जिससे घर में तमाम तरह की नकारात्मकता आने लगती है और वजह हमें पता नहीं चल पाती. वास्तु शास्त्र में पूर्वजों की तस्वीर लगाने के लिए कुछ खास नियम बताए गए हैं. अगर इन नियमों का पालन करते हैं तो पूर्वज हमसे खुश होंगे. साथ ही परेशानियों से छुटकारा मिलेगा. इसके अलावा भूलकर भी तस्वीर की अनदेखी न करें.
वास्तु शास्त्र के अनुसार, हमें ध्यान रखना चाहिए कि पूर्वजों की तस्वीर कभी किसी जीवित व्यक्ति की तस्वीर के साथ न लगाएं. पूर्वजों की तस्वीर कभी बेडरूम, घर के मंदिर या किचन में न लगाएं. इन्हें यहां लगाने से घर में अशांति का माहौल बन सकता है. ऐसा करने से पितृ नाराज होते हैं. शास्त्र के अनुसार, जहां पूर्वजों की तस्वीर लगी है, वहां शाम को दीपक जरूर जलाना चाहिए.
कौन सी दिशा पितृ कि तस्वीर के लिए शुभ?
घर में पूर्वजों की तस्वीर लगाने में दिशा का भी महत्व है. वास्तु शास्त्र के अनुसार, पूर्वजों की तस्वीर सही दिशा में लगानी चाहिए. इसके लिए हमेशा दक्षिण दिशा का चुनाव करना होगा, क्योंकि यह दिशा यम देवता और पूर्वजों की मानी जाती है. बता दें, नियमों के अनुसार पूर्वजों की तस्वीर घर के मंदिर में लगाने की मनाही है. कहते हैं घर के मंदिर में पूर्वजों की तस्वीर लगाना अशुभ है. ऐसा करने से घर में मुसीबतों का पहाड़ टूट पड़ता है.
Disclaimer: इस खबर में दी गई जानकारी, राशि-धर्म और शास्त्रों के आधार पर ज्योतिषाचार्य और आचार्यों से बात करके लिखी गई है. किसी भी घटना-दुर्घटना या लाभ-हानि महज संयोग है. ज्योतिषाचार्यों की जानकारी सर्वहित में है. बताई गई किसी भी बात का Bharat.one व्यक्तिगत समर्थन नहीं करता है.