Pitru Paksha 2024 Photo of Ancestors: पितृ पक्ष के 16 दिन पितरों को तृप्त करने और उनको प्रसन्न करने के लिए होते हैं. पितृ पक्ष का प्रारंभ भाद्रपद पूर्णिमा से होता है और समापन आश्विन अमावस्या के दिन होता है. इस साल पितृ पक्ष 17 सितंबर दिन मंगलवार से शुरू होकर 2 अक्टूबर को समाप्त होंगे. इस दौरान बहुत से लोग अपने घरों में मृत पूर्वजों की याद में उनकी तस्वीर लगाते हैं और पूजा करते हैं. परंतु दिशा का सही ज्ञान नहीं होने के कारण गलत दिशा में पूर्वजों की तस्वीर लगाने से उसे घर में पितृ दोष लग सकता है. अब सवाल है कि आखिर पूर्वजों की तस्वीर लगाने की सही दिशा कौन सी है?किस दिशा में होना चाहिए उनका मुख? इस बारे में Bharat.one को बता रहे हैं उन्नाव के ज्योतिषाचार्य पंडित ऋषिकांत मिश्र शास्त्री-
इस जगह न लगाएं पितरों की फोटो
पंडित ऋषिकांत मिश्र बताते हैं कि, पितरों की तस्वीर ड्राइंग रूम या बेडरूम में नहीं लगना चाहिए. वास्तु शास्त्र के अनुसार, ऐसा करने से घर के सदस्यों की सेहत पर नकारात्मक असर पड़ने लगता है. इससे गृहक्लेश और रिश्तों में दरार आती है. साथ ही, घर की धन हानि भी हो सकती है.
पितरों की फोटो लगाने की दिशा
पितरों की तस्वीर लगाने के लिए दक्षिण दिशा सबसे बेस्ट मानी जाती है. दक्षिण दिशा में पितरों की तस्वीर लगाने से उनका मुख उत्तर दिशा की तरफ होता है. दरअसल, हिन्दू धर्म और वास्तु शास्त्र में दक्षिण दिशा को यमदेव की दिशा मानी गई है. ऐसा करने से घर में समृद्धि बनी रहती है.
ये काम करने की न करें गलती
ज्योतिषाचार्य के अनुसार, जिंदा व्यक्ति की फोटो दिवंगतों की तस्वीर के साथ नहीं लगाना चाहिए. ऐसा करने से जिंदा व्यक्ति की आयु कम होती है. इसके अलावा यह भी देखा गया है व्यक्ति अक्सर बीमार रहने लगता है.
कैसे पाएं पितरों का आशीर्वाद
पितृपक्ष पूरी तरह पूर्वजों को समर्पित किए गए हैं. 15 दिनों तक चलने वाले पितृ पक्ष के दौरान पितरों के निमित्त तर्पण, पिंडदान और श्राद्ध कर्म करने से वे प्रसन्न होते हैं और अपनी संतानों को शुभ आशीष देकर जाते हैं.
FIRST PUBLISHED : September 14, 2024, 15:31 IST