निर्मल कुमार राजपूत/मथुरा: पितृ पक्ष के दौरान पूजा करते वक्त बहुत से नियमों का पालन किया जाता है. ऐसा करने से पितरों की कृपा बनी रहती है. पूजा करते वक्त तिल जैसी कुछ चीजों का इस्तेमाल जरूर करना चाहिए. कुछ चीजें दान भी करनी चाहिए. इसी बारे में Bharat.one ने बात करते हुए बताया मथुरा के पंडित गोपाल ने.
श्राद्ध पक्ष में कैसे करें पूजा
पंडित गोपाल के अनुसार, श्राद्ध पक्ष में नित्य क्रियाओं के बाद स्नान करना चाहिए और तर्पण करना आवश्यक होता है. यदि गंगा, यमुना या किसी तालाब के पास जाना संभव न हो, तो घर में भी तर्पण किया जा सकता है. तर्पण की विधि में कच्चा दूध, काले तिल आदि सामग्रियों का उपयोग होता है. तर्पण करते समय पूर्व दिशा की ओर मुख करके ध्यान करते हुए पितरों से परिवार पर कृपा बनाए रखने की प्रार्थना करनी चाहिए.
पितरों की पूजा और तर्पण का महत्व
तर्पण करने के बाद विधि-विधान से पितरों की पूजा की जाती है. पंडित गोपाल ने बताया कि पितरों को प्रसन्न करने के लिए ब्राह्मणों को भोजन कराना अत्यंत आवश्यक है. इसके साथ ही पितरों को पसंदीदा वस्त्र या सामग्री का दान किया जाना चाहिए. पितरों की इच्छा होती है कि उनका वंश बढ़ता रहे और परिवार के लोग उन्हें समय-समय पर स्मरण करते रहें. ब्राह्मणों के माध्यम से उन्हें भोजन कराते रहना भी महत्वपूर्ण माना जाता है.
खरीदारी करते वक्त भी रखें ध्यान
पितृ पक्ष के दौरान खरीदारी करते वक्त भी तमाम नियमों का पालन किया जाना चाहिए. बहुत से लोग उन चीजों की भी खरीदारी कर लेते हैं, जिनकी नहीं की जानी चाहिए. गलत समय पर खरीदारी करने से आपके बने हुए काम भी बिगड़ सकते हैं.
FIRST PUBLISHED : September 18, 2024, 13:27 IST
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