नर्मदापुरम. शास्त्रों में ऐसा बताया जाता है कि पितृपक्ष के दौरान हमारे पितर धरती पर आते हैं. 15 दिन के इस पक्ष में पितर परिजनों से संपर्क करने का प्रयास करते हैं. ऐसे में परिवार के किसी सदस्य या घर के मुखिया को पितर संकेत देने का प्रयास करते हैं. ऐसा भी माना जाता है इन संकेतों से पितरों के प्रसन्न या नाराज होने का पता भी चलता है. इन संकेतों में कुछ शुभ तो कुछ अशुभ भी होते हैं.
नर्मदापुरम के ज्योतिषाचार्य पंडित पंकज पाठक ने Bharat.one को बताया कि हिंदू धर्म में पितृपक्ष को बेहद विशेष माना गया है. लोग इस समय अपने पितरों की आत्मा की शांति के लिए कई प्रकार के अनुष्ठान करते हैं. ऐसा माना जाता है कि इस समय पिंडदान करना जरूरी होता है. इससे पितृ दोष से मुक्ति मिलती है. साथ ही जीवन की सभी समस्याओं का अंत होता है. आपकी सेवा से पितर प्रसन्न होते हैं तो शुभ संकेत भी देते हैं.
प्रसन्न होने के ये संकेत
पितृपक्ष के समय मिलने वाले कुछ संकेतों का सीधा संबंध पितरों से होता है. इसका वर्णन शास्त्रों में किया गया है. ऐसे संकेत दिखें तो समझें कि पितृ आपसे खुश हैं.
1. पितृपक्ष के समय काली गाय का आपके दरवाजे पर आना.
2. सुबह घर पर कौवे का आना.
3. घर में काली चींटी का आना.
4. घर के दरवाजे पर आकर गाय का रंभाना.
5. घर में मुरझाए पौधों का खिल जाना.
6. सपने में पूर्वजों का खुश नजर आना.
7. कौवे का भोजन करते हुए दिखाई देना.
FIRST PUBLISHED : September 19, 2024, 14:53 IST
Disclaimer: इस खबर में दी गई जानकारी, राशि-धर्म और शास्त्रों के आधार पर ज्योतिषाचार्य और आचार्यों से बात करके लिखी गई है. किसी भी घटना-दुर्घटना या लाभ-हानि महज संयोग है. ज्योतिषाचार्यों की जानकारी सर्वहित में है. बताई गई किसी भी बात का Bharat.one व्यक्तिगत समर्थन नहीं करता है.