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Pitru Paksha 2025: पितृपक्ष 7 से 21 सितंबर तक होगा. इस दौरान अपने पितरों की आत्मा की शांति के लिएि श्राद्ध समेत कई उपाय करते हैं. लेकिन कुछ ऐसे उपाय हैं, जिनको रात में करने से पितृदोष से मुक्ति मिलती है. आइए ज…और पढ़ें
दरअसल अयोध्या के ज्योतिषी पंडित कल्कि राम बताते हैं कि सनातन धर्म में पितृपक्ष का विशेष महत्व होता है. पितृपक्ष का सनातन धर्म में बहुत ज्यादा महत्व होता है. क्योंकि यह पितरों को समर्पित होता है. पितृपक्ष की अवधि में पितृ को प्रसन्न करने के लिए लोग अनेक प्रकार के उपाय करते हैं. कोई श्राद्ध कर्म करता है, कोई पिंडदान करता है तो कोई पितरों के निमित्त दान और गरीब की मदद करता है. ऐसी स्थिति में अगर आप पितरों की आत्मा की शांति चाहते हैं तो रात्रि के समय कुछ उपाय जरूर करने चाहिए .
पितृपक्ष के दौरान शाम के समय पीपल के पेड़ के नीचे दीपक जलाना बेहद शुभ और पवित्र माना जाता है. क्योंकि पीपल के पेड़ में पितरों का वास होता है. ऐसी स्थिति में रात के समय दीपक जरूर चलना चाहिए. ऐसा करने से पितृ दोष से भी मुक्ति मिलती है.
दीपक जलाते समय दिशा का विशेष ध्यान रखें, क्योंकि घर की दक्षिण दिशा में पितरों का वास माना जाता है. ऐसी स्थिति में पितृपक्ष के दौरान प्रतिदिन घर के दक्षिण दिशा में शाम के समय एक दीपक जरूर जलाएं और वह दीपक सरसों के तेल का होना चाहिए. ऐसा करने से पितरों की आत्मा को शांति प्राप्त होती है.
पितृपक्ष की अवधि में रात्रि के समय एक थाली में पितरों के लिए भोजन निकालना चाहिए. उसके बाद किसी कौवे या कुत्ते को खिला देना चाहिए. धार्मिक मान्यता के अनुसार ऐसा कहा जाता है कि ऐसा करने से पितृ प्रसन्न होते हैं और घर में नकारात्मक ऊर्जा का संचार खत्म होता है .
रात्रि में सोते समय पितृपक्ष की अवधि में मन को शांत करना चाहिए. पितरों का ध्यान करना चाहिए. उनके नाम का जाप करना चाहिए. ऐसा करने से जीवन में सुख शांति की प्राप्ति होती है .
मीडिया फील्ड में एक दशक से अधिक समय से सक्रिय. वर्तमान में News-18 हिंदी में कार्यरत. 2010 से नई दुनिया अखबार से पत्रकारिता की शुरुआत की. फिर हिंदुस्तान, ईटीवी भारत, शुक्रवार पत्रिका, नया इंडिया, वेबदुनिया समे…और पढ़ें
मीडिया फील्ड में एक दशक से अधिक समय से सक्रिय. वर्तमान में News-18 हिंदी में कार्यरत. 2010 से नई दुनिया अखबार से पत्रकारिता की शुरुआत की. फिर हिंदुस्तान, ईटीवी भारत, शुक्रवार पत्रिका, नया इंडिया, वेबदुनिया समे… और पढ़ें
Disclaimer: इस खबर में दी गई जानकारी, राशि-धर्म और शास्त्रों के आधार पर ज्योतिषाचार्य और आचार्यों से बात करके लिखी गई है. किसी भी घटना-दुर्घटना या लाभ-हानि महज संयोग है. ज्योतिषाचार्यों की जानकारी सर्वहित में है. बताई गई किसी भी बात का Bharat.one व्यक्तिगत समर्थन नहीं करता है.