अयोध्या. प्रभु श्रीराम की नगरी अयोध्या में राम मंदिर के प्रथम तल का निर्माण कार्य 90 फीसदी पूरा हो गया है. वहीं बांकी कार्य भी नवंबर तक में पूरा हो जाएगा. प्रभु श्रीराम के विराजमान होने के एक साल बाद राम मंदिर में राम दरबार का कार्य भी 2025 की तिमाही में पूरा कर लिया जाएगा. राम दरबार की मूर्ति के लिए मूर्तिकार वासुदेव कामत ने क्ले के डिजाइन का मुआइना किया है. जहां इसका निर्माण होना है, उस ड्राइंग को मूर्तिकार वासुदेव कामत ने पास कर दिया है.
2025 की तीमाही में राम दरबार की हो जाएगी स्थापना
राम दरबार के पत्थर का जो कार्य होना है, वह नवंबर तक पूरा हो जाएगा. साल 2025 में 3 महीने के अंदर राम मंदिर का प्रथम तल व द्वितीय तल का निर्माण और राम दरबार की स्थापना भी 2025 के तिमाही में हो जाएगी. यहां राम, सीता, लक्ष्मण और हनुमान जी को स्थापित किया जाएगा. अयोध्या पहुंचे भवन निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्र ने Bharat.one को बताया कि राम मंदिर में सबसे बड़ी चुनौती शिखर निर्माण को लेकर है. शिखर निर्माण के समय जितनी भी क्वालिटी एजेंसियां कार्य कर रही है, सभी मौजूद रहेंगे. साथ ही उनके प्रतिनिधि भी मौजूद रहेंगे. इन लोगों के उपस्थिति में ही शिखर के निर्माण कार्य प्रारंभ होगा. उम्मीद है अक्टूबर के प्रथम सप्ताह में शिखर के निर्माण का कार्य शुरू हो जाएगा.
दो तरह की प्रतिमा को किया जाएगा स्थापित
भवन निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्र ने Bharat.one को बताया कि साल 2025 के तीसरे महीने में राम मंदिर में राम दरबार की स्थापना की जाएगी. जिसमें प्रभु श्रीराम, माता सीता समेत तीनों भाई और पवन पुत्र हनुमान विराजमान होंगे. इतना ही नहीं राम दरबार में दो प्रतिमा भी विराजमान होगी, जिसमें एक प्रतिमा पत्थर की होगी तो दूसरी प्रतिमा टाइटेनियम की होगी. यानी कि एक चल प्रतिमा होगी तो दूसरा अचल प्रतिमा होगी. राम मंदिर के राम दरबार में अचल प्रतिमा को विशेष पर्व और उत्सव पर शोभा यात्रा के दौरान निकला भी जा सकता है. वहीं चल प्रतिमा प्रतिष्ठित मूर्ति होती है यह मंदिर में प्रतिष्ठित रहती है. साल 2025 के तीसरे महीने में राम भक्त प्रभु श्रीराम के साथ पूरे परिवार का भी दर्शन व पूजन कर सकते हैं. हालांकि राम दरबार में दर्शन-पूजन करने के लिए राम मंदिर ट्रस्ट पास भी जारी करेगा.
FIRST PUBLISHED : September 13, 2024, 16:50 IST