Last Updated:
Pitru Dosh Remedies: विश्वास है कि सर्व पितृ अमावस्या पर पूरे मन और श्रद्धा से किए गए छोटे-से-छोटे कर्म भी बड़ा असर डालते हैं. इस दिन तर्पण और दान करने से घर में सुख-समृद्धि आती है, नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है और परिवार पर पितरों का आशीर्वाद बना रहता है. यही वजह है कि इस दिन को केवल धार्मिक नहीं, बल्कि जीवन में संतुलन और सकारात्मकता लाने वाला दिन भी माना जाता है.

सर्व पितृ अमावस्या का महत्व
सर्व पितृ अमावस्या पितृ पक्ष का अंतिम दिन होता है, जब उन सभी पूर्वजों को श्रद्धापूर्वक विदाई दी जाती है, जिन्हें तर्पण या श्राद्ध में याद नहीं किया जा सका. माना जाता है कि इस दिन किए गए कर्म और दान पितरों तक सीधे पहुंचते हैं और उनके आशीर्वाद से घर की परेशानियां दूर होती हैं, अगर किसी कारणवश पितृ पक्ष के दौरान श्राद्ध या पिंडदान नहीं किया गया हो, तो इस दिन तिलांजलि और दान करके पितरों को प्रसन्न किया जा सकता है.
दान, तर्पण और श्राद्ध की परंपरा
हिंदू परंपरा में तर्पण, पिंडदान और दान का बहुत महत्व है. इस दिन लोग पवित्र नदियों, तालाबों या किसी जलाशय के किनारे तर्पण करते हैं. कुश, तिल, जल और अन्न का उपयोग करके पिंडदान किया जाता है. दान के रूप में अन्न, वस्त्र, गुड़, तिल और अन्य जरूरत की चीजें ब्राह्मणों और जरूरतमंदों को दी जाती हैं. यह सब पितरों की आत्मा को शांति देने के साथ-साथ परिवार के लिए भी शुभ फल लाता है.
शिवलिंग पर विशेष अर्पण करने से पितृ दोष दूर होता है और जीवन में सकारात्मक ऊर्जा आती है.
1. गंगाजल और कच्चा दूध: शिवलिंग पर इनका मिश्रण चढ़ाना पितरों की आत्मा की शांति और दोषों को कम करने में सहायक है.
2. काले तिल और जौ: शनि और पितरों से जुड़े इन अर्पणों को विशेष फलदायी माना जाता है.
3. बिल्व पत्र: 108 बिल्व पत्र चढ़ाकर प्रत्येक पर ‘ॐ’ लिखना अत्यंत शुभ माना जाता है.
4. शमी के पत्ते: शनि देव को प्रिय शमी के पत्ते शिवलिंग पर चढ़ाने से दोष दूर होता है और शांति आती है.
5. सफेद पुष्प और घी का दीपक: इन्हें अर्पित करने से भगवान शिव और उनके परिवार की कृपा मिलती है और घर में सुख-शांति बनी रहती है.