सर्व पितृ अमावस्या की तारीख
दृक पंचांग के अनुसार सर्व पितृ अमावस्या के लिए जरूरी आश्विन कृष्ण अमावस्या तिथि 21 सितंबर दिन रविवार को 12:16 ए एम से शुरू हो रही है. यह तिथि 22 सितंबर दिन सोमवार को 01:23 ए एम तक मान्य है. उदयातिथि के आधार पर सर्व पितृ अमावस्या 21 सितंबर रविवार को है.
3 शुभ योग में सर्व पितृ अमावस्या
अमावस्या पर शुभ योग प्राात:काल से लेकर शाम 07:53 पी एम तक है, उसके बाद से शुक्ल योग बनेगा. उस दिन पूर्वाफाल्गुनी नक्षत्र प्रात:काल से लेकर सुबह 09:32 ए एम तक है, उसके बाद से उत्तराफाल्गुनी नक्षत्र है.
सर्व पितृ अमावस्या मुहूर्त
सर्व पितृ अमावस्या पर रौहिण मूहूर्त दोपहर 12:38 पी एम से दोपहर 01:27 पी एम तक है. उस दिन रौहिण मूहूर्त की कुल अवधि 49 मिनट तक है. सर्व पितृ अमावस्या के दिन अपराह्न काल दोपहर 1:27 पी एम से दोपहर 3:53 पी एम तक है. अपराह्न काल की कुल अवधि 2 घंटे 26 मिनट है.
सर्व पितृ अमावस्या तर्पण समय
सर्व पितृ अमावस्या के दिन आप सुबह में जब स्नान करें तो उसके बाद ही अपने पितरों के लिए तर्पण करें. स्नान के बाद ही तर्पण किया जाता है.
सर्व पितृ अमावस्या का महत्व
पितृ पक्ष में सर्व पितृ अमावस्या बहुत ही महत्वपूर्ण दिन है. सर्व पितृ अमावस्या पर उन पितरों का श्राद्ध करते हैं, जिनका निधन किसी भी महीने की अमावस्या तिथि को हुई होती है. सर्व पितृ अमावस्या पर उन पितरों का भी श्राद्ध करते हैं, जिनके निधन की तिथि पता नहीं होती है. इसके अलावा आप अपने उन पितरों का भी श्राद्ध करते हैं, जिनके बारे में आपको पता नहीं है. सर्व पितृ अमावस्या को ज्ञात और अज्ञात सभी पितरों का श्राद्ध किया जाता है. सर्व पितृ अमावस्या से पितृ पक्ष का समापन हो जाता है.