नई दिल्ली. सावन के पांचवें और अंतिम सोमवार को पूरे देश में शिव मंदिरों के बाहर भक्तों की लंबी-लंबी कतारें देखी गईं. वाराणसी का काशी विश्वनाथ मंदिर हो या लखनऊ का मनकामेश्वर मंदिर, सभी को भक्तों के लिए सजाया गया था जहां सूर्योदय से पहले ही श्रद्धालु कतारों में लगने लगे थे. श्री काशी विश्वनाथ मंदिर प्रशासन ने बताया कि सुबह नौ बजे तक करीब एक लाख श्रद्धालुओं ने बाबा के दर्शन किए.
सावन के अंतिम सोमवार पर बाबा के दरबार में आने वाले श्रद्धालुओं का पुष्प वर्षा करके स्वागत किया गया. प्रयागराज, बरेली और अन्य जिलों में भी शिव मंदिरों के बाहर इसी तरह की कतारें देखी गईं. उत्तरप्रदेश के हर जिले का स्थानीय प्रशासन सतर्क दिखा. मंदिरों में भक्तों की भीड़ को प्रबंधित करने और उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए विशेष व्यवस्था की गई थी.
महादेव की भक्ति के लिए सावन के महीने को बेहद खास माना जाता है. ऐसा माना जाता है कि इस माह में भगवान शिव धरती पर आते हैं. आज भक्तों ने पूरे भक्ति भाव के साथ शिवरात्रि का पर्व मनाया. शास्त्रों के अनुसार वैसे तो पूरे सावन में ही पूजा का विशेष महत्व है. मगर आज के दिन का इसमें विशेष महत्व है. जो भक्त आज के दिन उपवास रखते है, उन्हें पुण्य की प्राप्ति होती है. वैसे तो भगवान शिव की आराधना के लिए शिवलिंग पर कई तरह की चीजें अर्पित की जाती है. भगवान शिव की पूजा में बेलपत्र खास तौर पर भक्त अर्पित करते है.
ऐसी मान्यता है कि भोले बाबा को बेलपत्र बेहद ही प्रिय हैं. भगवान को बेलपत्र चढ़ाने से भक्तों को कई तरह के पुण्य मिलते है. पंडितों की माने तो शिवलिंग पर बेलपत्र अर्पित करने से लक्ष्मी जी की विशेष कृपा मिलती है. धन की चाहत रखने वालों को भगवान शिव पर बेलपत्र जरूर चढ़ाने चहिए. सावन के महीने में 108 बेलपत्रों पर ॐ नमः शिवाय लिखने के बाद उन्हें शिवलिंग पर अर्पित करने से लक्ष्मी जी खुश होती है. इससे व्यक्ति को धन की प्राप्ति होती है. कोई भी यह उपाय कर सकता है. इस उपाय को 31 दिनों तक लगातार करना है. इसे करने से जीवन में सुख-शांति बनी रहती है.
वैसे तो सावन के महीने में दान के महत्व के साथ पौधे लगाने का भी अपना अलग महत्व है. पंडितों के अनुसार इस माह में बीजारोपण को अधिक पुण्य देने वाला माना गया है. ऐसे में बेल का पौधा लगाना बेहद ही फलदायक होता है. ऐसा करने से भक्तों पर भोले की कृपा बरसती है. सावन के सोमवार के दिन भगवान शिव की विधि-विधान पूर्वक पूजा कर उन्हें बेलपत्र अर्पित करना चाहिए. सावन के महीने में घर में बेल का पौधा लगाना बहुत ही शुभ माना जाता है. ऐसा करने से साधक पर महादेव की कृपा बरसती है और साधक को धन-धान्य की कभी कमी नहीं रहती.
संतान प्राप्ति के लिए भी बेलपत्र अर्पित करना बेहद ही कारगर माना जाता है. ऐसी मान्यता है कि अगर आप अपनी उम्र के बराबर एक-एक बेलपत्र दूध में डुबोकर शिवलिंग पर अर्पित करें तो इससे आपको बच्चे का सुख मिलता है. इसके साथ ही आपको ऊं नम: शिवाय मंत्र का जप करते रहना है. इसका फल पाने के लिए यह उपाय सावन के सात सोमवार को करना है. विवाह के लिए भी सावन में विशेष तरह का उपाय है. सावन के पहले 5 सोमवार को शिवलिंग पर 108 बेलपत्र चढ़ाने के साथ शिव के साथ माता पार्वती का पूजन करने से लाभ मिलता है.
FIRST PUBLISHED : August 19, 2024, 15:52 IST