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Sharad Purnima 2025: शरद पूर्णिमा 6 अक्टूबर को मनाई जाएगी. पंडित मनोत्पल झा ने कहा कि इसमें भगवान विष्णु, लक्ष्मी और महादेव की पूजा से सुख, समृद्धि और मनोकामनाओं की पूर्ति होती है.
पूर्णियाः साल के 12 महीनों में आने वाली प्रत्येक पूर्णिमा का धार्मिक महत्व होता है, लेकिन शरद पूर्णिमा का दिन विशेष रूप से शुभ माना जाता है. इस दिन भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की पूजा करने से सुख, समृद्धि और धन की प्राप्ति होती है. वहीं पवित्र नदी में स्नान और दान करने से पापों से मुक्ति मिलती है.
मिथिला पंचांग के अनुसार, इस वर्ष शरद पूर्णिमा 6 अक्टूबर को मनाई जाएगी. धार्मिक मान्यता है कि इस शुभ अवसर पर भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की आराधना से सभी दुख दूर होते हैं. जीवन में खुशियों का आगमन होता है. साथ ही घर-परिवार में धन-धान्य की वृद्धि होती है.
शरद पूर्णिमा पर करें ये विशेष अभिषेक
पंडित झा बताते हैं कि शरद पूर्णिमा की सुबह स्नान करने के बाद शिव मंदिर जाएं और श्रद्धा के साथ जलाभिषेक करें. इसके बाद केसर, बेलपत्र और फूल अर्पित करें. फिर शिवलिंग पर गन्ने का रस, दूध, दही और शहद से अभिषेक करें. अभिषेक के दौरान “ॐ नमः शिवाय” मंत्र का जाप करें.
महादेव की मिलती है विशेष कृपा
ऐसा करने से भगवान शिव की कृपा प्राप्त होती है, आर्थिक तंगी दूर होती है और जीवन में सुख-समृद्धि आती है. शरद पूर्णिमा का यह दिन तीनों देवताओं-विष्णु, लक्ष्मी और महादेव को प्रसन्न करने का सबसे उत्तम अवसर माना गया है.
मैंने अपने 12 वर्षों के करियर में इलेक्ट्रॉनिक, प्रिंट और डिजिटल मीडिया में काम किया है। मेरा सफर स्टार न्यूज से शुरू हुआ और दैनिक भास्कर, दैनिक जागरण, दैनिक भास्कर डिजिटल और Bharat.one तक पहुंचा। रिपोर्टिंग से ले…और पढ़ें
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