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Sharadiya Navratra special importance of Maharatri Nisha Puja

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Maharatri Nisha Puja Vidhan: दरभंगा में शारदीय नवरात्र पर तांत्रिक महरात्रि निशा पूजा करते हैं. जिसमें पूरी रात जागरण और जगदंबा की तंत्र युक्त विधि से आराधना का विशेष महत्व है. आइए जानते हैं.

दरभंगा: शारदीय नवरात्र में तांत्रिकों के द्वारा की जाने वाली तंत्र साधना एक विशेष महत्व रखती है. इस नवरात्र में निशा पूजा का विशेष महत्व होता है, जो रात के घनघोर अंधेरे में की जाती है. इस दिन तांत्रिक अपनी तंत्र साधना करते हैं और पूरी रात जागरण कर मां भगवती को प्रसन्न करने का प्रयास करते हैं.
महरात्रि निशा पूजा का विधान
कामेश्वर सिंह दरभंगा संस्कृत विश्वविद्यालय के स्नातकोत्तर ज्योतिष विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ.कुणाल कुमार झा बताते हैं कि इस वर्ष शारदीय नवरात्र में 29 सितंबर 2025 को दिन सोमवार सप्तमी उपरांत अष्टमी तिथि पड़ेगी. इस रात्रि में महरात्रि निशा पूजा का विधान है. महरात्रि का विवेचन करने पर पता चलता है कि इसमें चार रात्रि का वर्णन किया गया है. कालरात्रि, महरात्रि, मोहरात्रि और इष्टदारून. इन सभी रात्रियों में महरात्रि का विशेष महत्व है.
वेद युक्त और तंत्र युक्त विधि से पूजा का विधान
महरात्रि निशा पूजा में पूरे रात जागरण करना चाहिए और जगदंबा की आराधना करनी चाहिए. जगदंबा की आराधना में वेद युक्त और तंत्र युक्त विधि से पूजा का विधान किया गया है. तंत्र युक्त विधि से पूजा करने में बलि प्रदान की जाती है. खर्चों उपचार से पूजा की जाती है. इसमें संभव कुल के ही पूजा गिरी होनी चाहिए. पूजा करने वाले जजमान भी संभव कुल के होने चाहिए. पुरोहित भी संभव कुल के होने चाहिए.

पांच प्रकार से पूजा अर्चना की जाती
संभव कुल का अर्थ है जो पूर्ण रूप से तंत्र विधि से दीक्षित हो यानी तंत्र विद्या में निपुण हो. इस तंत्र विधि से पूजा में मांस मदिरा यानी पांच प्रकार से पूजा अर्चना की जाती है. वेद युक्त मंत्र में भी पंचम बलि प्रदान किया जाता है, जिसमें कुष्मांडा बलि की प्रथम है.

तंत्र साधना एक विशेष महत्व रखती
इस प्रकार, शारदीय नवरात्र में तांत्रिकों के द्वारा की जाने वाली तंत्र साधना एक विशेष महत्व रखती है. इसमें महरात्रि निशा पूजा का विशेष महत्व है, जिसमें पूरे रात जागरण करना चाहिए और जगदंबा की आराधना करनी चाहिए. तंत्र युक्त विधि से पूजा करने में बलि प्रदान की जाती है. खर्चों उपचार से पूजा की जाती है.

Amit ranjan

मैंने अपने 12 वर्षों के करियर में इलेक्ट्रॉनिक, प्रिंट और डिजिटल मीडिया में काम किया है। मेरा सफर स्टार न्यूज से शुरू हुआ और दैनिक भास्कर, दैनिक जागरण, दैनिक भास्कर डिजिटल और Bharat.one तक पहुंचा। रिपोर्टिंग से ले…और पढ़ें

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नवरात्र की वो खास रात, तांत्रिक करते हैं तंत्र साधना, पास जाने से बचें

Disclaimer: इस खबर में दी गई जानकारी, राशि-धर्म और शास्त्रों के आधार पर ज्योतिषाचार्य और आचार्यों से बात करके लिखी गई है. किसी भी घटना-दुर्घटना या लाभ-हानि महज संयोग है. ज्योतिषाचार्यों की जानकारी सर्वहित में है. बताई गई किसी भी बात का Bharat.one व्यक्तिगत समर्थन नहीं करता है.

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