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Faridabad News: नवरात्रि में देवी दुर्गा और लक्ष्मी की विशेष पूजा घर में सुख, समृद्धि और खुशहाली लाती है. चांदी का सिक्का, तुलसी, सुगंधित फूल, गंगाजल और तांबे के बर्तन से पूजा करने से सकारात्मक ऊर्जा बढ़ती है.

सनातन धर्म में नवरात्रि का विशेष महत्व है. यह पर्व नौ दिनों तक मनाया जाता है. इन दिनों देवी दुर्गा की भक्ति और पूजा करने से घर में सुख, समृद्धि और खुशहाली आती है. सच्चे मन से पूजा करने पर देवी अपने भक्तों की सभी मनोकामनाएँ पूरी करती हैं.

नवरात्रि में घर में चांदी का सिक्का लाना बहुत शुभ माना जाता है. इसे देवी लक्ष्मी का रूप माना जाता है. इस सिक्के की पूजा हल्दी और केसर से करने पर घर में धन की वृद्धि होती है और आर्थिक सुख-समृद्धि आती है.

अगर घर में तुलसी का पौधा नहीं है, तो नवरात्रि में इसे लाना शुभ होता है. तुलसी को देवी लक्ष्मी का दूसरा रूप माना जाता है.पौधे की पूजा करने से घर में सुख, समृद्धि और सकारात्मक ऊर्जा बनी रहती है.

नवरात्रि पूजा में देवी दुर्गा को सुगंधित फूल चढ़ाना आवश्यक है. गुलाब, चमेली और संपांगी जैसे फूल घर में सकारात्मक ऊर्जा और खुशहाली लाते हैं. इन फूलों की खुशबू से घर का वातावरण पवित्र और सौभाग्यपूर्ण बनता है.

पूजा से पहले घर को गंगाजल से शुद्ध करना शुभ होता है. यह घर को पवित्र और स्वच्छ बनाता है. गंगाजल नकारात्मक ऊर्जा को दूर करता है और घर में सकारात्मक ऊर्जा व देवियों की कृपा का वास सुनिश्चित करता है.

नवरात्रि में तांबे के बर्तन का प्रयोग शुभ माना जाता है. कलश स्थापना में तांबे के बर्तन में हल्दी, केसर, चावल और सिक्का डालकर पूजा करने से देवी प्रसन्न होती हैं और घर में सुख-समृद्धि बढ़ती है.

नवरात्रि में पूजा करते समय स्वच्छ वस्त्र पहनें. देवी दुर्गा को प्रतिदिन भोग अर्पित करें. व्रत रखें और लाल वस्त्र पहनें. यह शुभता और देवी की कृपा का प्रतीक है जिससे घर में सुख-समृद्धि बनी रहती है.