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Sunderkand:-When Hanuman Ji took the form of a Brahmin, something like this happened in Lanka – Uttar Pradesh News


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Sundarkand Path: कलयुग में हनुमान जी को जागृत देवता माना जाता है. माना जाता है कि रोजाना सुंदरकांड का पाठ करने से हनुमान जी प्रसन्न होते हैं. ऐसे में सुंदरकांड की कुछ चौपाई का खास महत्व है. आइए जानते हैं.

अयोध्या: अगर आप जीवन में परेशान हैं और परेशानियों का अंत नहीं मिल रहा है, तो ऐसी स्थिति में प्रतिदिन आप हनुमान जी की आराधना करें. धार्मिक मान्यता के अनुसार कहा जाता है कि हनुमान जी महाराज एक ऐसे देवता माने जाते हैं, जो अपने भक्तों पर बहुत प्रसन्न होते हैं. सप्ताह के दो दिन हनुमान जी महाराज को समर्पित होते हैं, जिसमें शनिवार और मंगलवार का दिन होता है. इस दिन अगर आप हनुमान मंदिरों में जाकर हनुमान जी महाराज की पूजा आराधना और उनकी चालीसा और सुंदरकांड का पाठ करते हैं तो जीवन की सभी मनोकामना पूरी होती है. तो चलिए सुंदरकांड की कुछ चौपाई के बारे में इस रिपोर्ट में विस्तार से समझते हैं.

दरअसल साधु संतों का ऐसा मानना है कि अगर आप सुंदरकांड का पाठ प्रतिदिन कर रहे हैं. उनकी चौपाई का पाठ कर रहे हैं, तो उसका अर्थ भी आपको पता होना चाहिए. तभी उस चौपाई का पुण्य आपको प्राप्त होगा. रामचरितमानस में एक कांड हैं, जिसे सुंदरकांड के नाम से जाना जाता है, जिसमें हनुमान जी महाराज की महिमा का वर्णन किया गया है. इस सुंदरकांड में एक चमत्कारी चौपाई भी है जो इस प्रकार है.

बिप्र रुप धरि बचन सुनाए, सुनत बिभीषण उठि तहँ आए, करि प्रनाम पूँछी कुसलाई, बिप्र कहहु निज कथा बुझाई…सुंदरकांड की इस चौपाई में हनुमान जी के ब्राह्मण रूप में विभीषण के मिलने का प्रसंग अंकित किया गया. जिसमें हनुमान जी महाराज ब्राह्मण का रूप धारण करते हुए विभीषण से वार्ता करते हैं. इसके बारे में विस्तार से शशिकांत दास बता रहे हैं.

बिप्र रुप धरि बचन सुनाए, सुनत बिभीषण उठि तहँ आए….अर्थात लंका में जब हनुमान जी महाराज पहुंचते हैं, उसके बाद वह अपना ब्राह्मण का रूप धारण करके भगवान राम की भक्ति करने लगते हैं, जिसे सुनने के बाद विभीषण वहां पहुंच जाते हैं.

करि प्रनाम पूँछी कुसलाई, बिप्र कहहु निज कथा बुझाई…अर्थात इसके बाद विभीषण ने हनुमान जी महाराज को प्रणाम किया. उनका हाल-चाल पूछ फिर विभीषण ने कहा कि ब्राह्मण कर हमसे अपनी बात बताइए.

शशिकांत दास बताते हैं कि इस चौपाई में हनुमान जी महाराज माता सीता का पता लगाने और राम भक्त विभीषण के बारे में जानकारी ले रहे थे. इस चौपाई का अनुसरण करने से हनुमान जी महाराज के साथ प्रभु राम का आशीर्वाद प्राप्त होता है. जीवन की सभी परेशानियां दूर होती हैं.

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Lalit Bhatt

मीडिया फील्ड में एक दशक से अधिक समय से सक्रिय. वर्तमान में News-18 हिंदी में कार्यरत. 2010 से नई दुनिया अखबार से पत्रकारिता की शुरुआत की. फिर हिंदुस्तान, ईटीवी भारत, शुक्रवार पत्रिका, नया इंडिया, वेबदुनिया समे…और पढ़ें

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सुंदरकांड की यह चौपाई है बेहद शक्तिशाली, जाप करने दूर हो जाती है परेशानी

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