Vastu Tips For Career Growth : आज के समय में हर कोई अपनी जॉब में अच्छा प्रदर्शन करना चाहता है. चाहे बात फाइनेंशियल ग्रोथ की हो या फिर प्रमोशन की, हर व्यक्ति चाहता है कि उसकी मेहनत का सही परिणाम मिले. कई बार लगातार मेहनत करने के बाद भी लगता है कि काम का असर उतना साफ दिखाई नहीं दे रहा. ऐसे में लोग तरह-तरह के उपाय आजमाते हैं, लेकिन फायदा हमेशा नहीं मिलता. इसी वजह से कई प्रोफेशनल लोग अब अपने वर्कस्पेस को इस तरह सेट करने की कोशिश कर रहे हैं, जिससे पॉजिटिव एनर्जी बनी रहे और काम में मन भी लगे. एस्ट्रो-वास्तु एक्सपर्ट्स का मानना है कि अगर ऑफिस या घर के वर्कस्पेस की दिशा और सेटअप सही हो, तो काम ज्यादा बेहतर तरीके से आगे बढ़ता है. कई बार छोटी-छोटी चीजें व्यक्ति के मन पर बड़ा असर डालती हैं, जो उसके प्रदर्शन, निर्णय लेने की क्षमता और आत्मविश्वास पर भी प्रभाव डालती हैं. इसलिए यह समझना जरूरी है कि वर्कस्पेस की सही सेटिंग आपके करियर, ग्रोथ और प्रमोशन को काफी हद तक प्रभावित कर सकती है. इस विषय में अधिक जानकारी दे रहे हैं भोपाल निवासी ज्योतिषी एवं वास्तु सलाहकार पंडित हितेंद्र कुमार शर्मा.
1. वर्किंग डेस्क की दिशा रखें सही
ऑफिस में हर दिन कई फैसले लेने पड़ते हैं. ऐसे में यह जरूरी है कि आप जिस दिशा में बैठकर काम करते हैं, वह आपके मन और विचारों को शांत रखे. एक्सपर्ट्स का मानना है कि उत्तर या पूर्व दिशा काम करने के लिए काफी अच्छी मानी जाती है. इन दिशाओं में आप ज्यादा एकाग्र महसूस करते हैं और फैसले भी साफ सोच के साथ ले पाते हैं.
उत्तर दिशा धन प्रवाह और अवसरों से जुड़ी मानी जाती है, जबकि पूर्व दिशा सूझ-बूझ और रचनात्मक सोच को बढ़ावा देती है. अगर आप मैनेजर लेवल पर काम करती हैं या आपका काम क्लाइंट्स से जुड़ा है, तो इन दिशाओं में बैठकर काम करना आपके लिए और भी फायदेमंद हो सकता है. कोशिश करें कि आपकी कुर्सी इन दिशाओं की ओर रहे और लैपटॉप उस कोण में रखा हो, जहां आप बिना किसी रुकावट के काम कर सकें.
2. वर्कस्पेस में बनाएं विजन कॉर्नर
किसी भी करियर में आगे बढ़ने के लिए साफ सोच और मोटिवेशन दोनों जरूरी होते हैं. एक्सपर्ट्स के अनुसार, वर्कस्पेस में एक छोटा विजन कॉर्नर बनाना काफी लाभ देता है. इस जगह पर आप अपनी उपलब्धियों से जुड़ी चीजें रख सकती हैं, जैसे कि अवॉर्ड, किसी ट्रेनिंग की प्रमाणपत्र कॉपी या प्रेरणा देने वाली किताबें.

उत्तर या पूर्व दिशा इस कॉर्नर के लिए भी काफी अच्छी मानी जाती है. जब आपकी नज़र इन चीजों पर पड़ती है, तो काम के दौरान आपका उत्साह बना रहता है. यह कॉर्नर आपको हर दिन याद दिलाता है कि आपने कहां से शुरुआत की और आगे कहां तक पहुंचना है. यह तरीका वर्कफ्लो को बेहतर बनाता है और दिमाग को सक्रिय रखता है.
3. वर्कस्पेस हमेशा रखें साफ और हल्का
गंदगी न सिर्फ जगह बिगाड़ती है बल्कि मन को भी बोझिल बनाती है. अगर डेस्क पर बहुत सारी चीजें फैली हों, तो ध्यान बार-बार भटकता है और काम में रुकावट आती है. इसलिए अपने वर्कस्पेस को हमेशा साफ और हल्का रखें.
डेस्क पर सिर्फ वही चीजें रखें जिनकी रोज जरूरत पड़ती है. बाकी सामान किसी दराज़ या कैबिनेट में अलग से रख दें. साफ-सुथरी जगह मन को शांत रखती है, जिससे काम की गति बढ़ती है और गलतियों की संभावना भी कम होती है. एक व्यवस्थित वर्कस्पेस आपको प्रोफेशनल तौर पर मजबूत बनाता है और लक्ष्य पूरा करने की प्रेरणा भी देता है.

4. छोटी चीजें, लेकिन बड़ा असर
कई बार लगता है कि वर्कस्पेस की सेटिंग एक छोटी बात है, लेकिन इसका प्रभाव बड़ा होता है. सही दिशा में बैठकर काम करना, विजन कॉर्नर बनाना, अपने आसपास सफाई रखना ये सभी बातें आपकी ऊर्जा और आत्मविश्वास को सीधा प्रभावित करती हैं.
अगर आप इन बातों का ध्यान रखें, तो धीरे-धीरे काम में फर्क महसूस होने लगता है. फैसले ज्यादा साफ दिमाग से होते हैं, प्रदर्शन अच्छा होता है और इससे फाइनेंशियल ग्रोथ व प्रमोशन की संभावना भी बढ़ जाती है.







