Aaj Ka Panchang : मार्गशीर्ष शुक्ल पक्ष सप्तमी, पिंगल संवत्सर विक्रम संवत 2081, शक संवत 1946 (क्रोधी संवत्सर), मार्गशीर्ष . सप्तमी तिथि 09:44 AM तक उसके बाद अष्टमी . नक्षत्र शतभिषा 04:03 PM तक उसके बाद पूर्वभाद्रपदा . वज्र योग 03:53 AM तक, उसके उसके बाद सिद्धि योग . करण वणिज 09:44 AM तक, उसके बाद विष्टि 08:56 PM तक, उसके बाद बव .दिसम्बर 08 रविवार को राहु 04:17 PM से 05:37 PM तक है . चन्द्रमा कुंभ राशि पर संचार करेगा .
विक्रम संवत – 2081, पिंगल
शक सम्वत – 1946, क्रोधी
पूर्णिमांत – मार्गशीर्ष
अमांत – मार्गशीर्ष
तिथि
शुक्ल पक्ष सप्तमी – Dec 08 11:06 AM – Dec 08 09:44 AM
शुक्ल पक्ष अष्टमी – Dec 08 09:44 AM – Dec 09 08:03 AM
नक्षत्र
शतभिषा – Dec 08 04:50 PM – Dec 08 04:03 PM
पूर्वभाद्रपदा – Dec 08 04:03 PM – Dec 09 02:56 PM
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करण
वणिज – Dec 08 10:28 PM – Dec 08 09:44 AM
विष्टि – Dec 08 09:44 AM – Dec 08 08:56 PM
बव – Dec 08 08:56 PM – Dec 09 08:03 AM
योग
वज्र – Dec 08 06:25 AM – Dec 09 03:53 AM
सिद्धि – Dec 09 03:53 AM – Dec 10 01:05 AM
वार
रविवार
सूर्य और चंद्रमा का समय
सूर्योदय – 7:00 AM
सूर्यास्त – 5:37 PM
चन्द्रोदय – Dec 08 12:29 PM
चन्द्रास्त – Dec 09 12:26 AM
अशुभ काल
राहू – 4:17 PM – 5:37 PM
यम गण्ड – 12:18 PM – 1:38 PM
कुलिक – 2:58 PM – 4:17 PM
दुर्मुहूर्त – 04:12 PM – 04:54 PM
वर्ज्यम् – 10:09 PM – 11:41 PM
शुभ काल
अभिजीत मुहूर्त – 11:57 AM – 12:40 PM
अमृत काल – 09:04 AM – 10:37 AM
ब्रह्म मुहूर्त – 05:24 AM – 06:12 AM
सूर्या राशि
सूर्य वृश्चिक राशि पर है
चंद्र राशि
चन्द्रमा कुंभ राशि पर संचार करेगा (पूरा दिन-रात)
चन्द्र मास
अमांत – मार्गशीर्ष
पूर्णिमांत – मार्गशीर्ष
शक संवत (राष्ट्रीय कलैण्डर) – मार्गशीर्ष 17, 1946
वैदिक ऋतु – हेमंत
द्रिक ऋतु – हेमंत
दिन का चौघड़िया
उद्बेग 08:00 AM 08:20 AM
चर 08:20 AM 09:39 AM
लाभ 09:39 AM 10:59 AM
अमृत 10:59 AM 12:18 PM
काल 12:18 PM 13:38 PM
शुभ 13:38 PM 14:58 PM
रोग 14:58 PM 16:17 PM
उद्बेग 16:17 PM 17:37 PM
रात का चौघड़िया
शुभ 17:37 PM 19:17 PM
अमृत 19:17 PM 20:58 PM
चर 20:58 PM 22:38 PM
रोग 22:38 PM 00:19 AM
काल 00:19 AM 01:59 AM
लाभ 01:59 AM 03:40 AM
उद्बेग 03:40 AM 05:20 AM
शुभ 05:20 AM 08:01 AM
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आज का महाउपाय : यह एक ऐसा दिव्य उपाय है, जिसको किसी भी दिन, तारीख में जन्मे लोग एवं किसी भी राशि के लोग अपनी जन्मकुंडली बिना दिखाए भी कर सकते हैं. इस दिव्य उपाय को करने के बाद आपको निश्चित रूप से लाभ की अनुभूति होगी.
उपाय –
- हरे पत्ते की सब्जी या पत्ते चौदह बुधवार तक काली गाय को खिलाएं.
- भोलेनाथ को हर सोमवार पंचमेवा डालकर खीर मंदिर में दें. 16 सोमवार ऐसा करने के बाद संतान संबंधी खुशखबरी अवश्य मिलेग.
- संतान गोपाल मंत्र का जाप करें –मंत्र : ऊं देवकी सुत गोविंद वासुदेव जगत्पते,देहि मे तनयं कृष्ण त्वामहं शरणं गत:
- पितृ दोष, कालसर्प दोष आदि सम्बंधित दोष की शांति कराएं.
- बरगद के पत्ते पर कुमकुम से स्वास्तिक बनाकर उस पर चावल और सुपारी रखकर किसी देवी मंदिर में चढ़ाएं.
- घर से बाहर निकलते समय अगर काली गाय सामने आ जाए, तो उसके सिर पर हाथ फेरें.
FIRST PUBLISHED : December 7, 2024, 19:01 IST