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Tulsi Niyam: तुलसी का पौधा हमारे जीवन में सकारात्मक ऊर्जा लाता है. इसे नियमित रूप से पानी देना और इसकी देखभाल करना चाहिए. तुलसी के पत्तों का उपयोग पूजा में करने से मन शांत होता है और आध्यात्मिक शक्ति बढ़ती है.

तुलसी तोड़ने का नियम
Tulsi Niyam: हिंदू धर्म में तुलसी का पौधा बेहद पवित्र माना जाता है. इसे घर में लगाना शुभ माना जाता है. तुलसी के पत्तों का उपयोग पूजा में किया जाता है और माना जाता है कि ये देवी लक्ष्मी का प्रतीक हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं कि सूर्यास्त के बाद तुलसी के पत्ते तोड़ने से क्या होता है? इस बारे में बता रहे हैं ज्योतिषाचार्य रवि पाराशर.
शास्त्रों के अनुसार, सूर्यास्त के बाद तुलसी माता श्री कृष्ण के साथ रासलीला में मग्न हो जाती हैं. इस समय तुलसी को छूना या उनके पत्ते तोड़ना अशुभ माना जाता है. ऐसा करने से माता लक्ष्मी नाराज हो सकती हैं और घर में कलह और दरिद्रता आ सकती है.
धार्मिक मान्यताएं:
हिंदू धर्म में तुलसी को विष्णुप्रिया माना गया है. मान्यता है कि सूर्यास्त के बाद तुलसी माता श्री कृष्ण के साथ रासलीला करती हैं. इस समय उन्हें विचलित करना अशुभ माना जाता है. तुलसी के पत्ते को देवी लक्ष्मी का प्रतीक माना जाता है, इसलिए सूर्यास्त के बाद तुलसी के पत्ते तोड़ने से माता लक्ष्मी नाराज हो सकती हैं.
कुछ मान्यताओं के अनुसार, सूर्यास्त के बाद तुलसी के पत्ते तोड़ने से घर में नकारात्मक ऊर्जा का प्रवेश होता है.
वैज्ञानिक दृष्टिकोण:
वैज्ञानिक दृष्टिकोण से देखें तो सूर्यास्त के बाद पौधे श्वसन क्रिया करते हैं और कार्बन डाइऑक्साइड छोड़ते हैं, इसलिए इस समय पत्तों को तोड़ना पौधे के लिए हानिकारक हो सकता है.
तुलसी के पत्ते तोड़ने का सही समय:
- तुलसी के पत्ते सुबह सूर्योदय के बाद स्नान करके और पूजा करके तोड़ने चाहिए.
- पत्तों को तोड़ते समय मन में शुद्ध भाव रखना चाहिए और माता तुलसी से आज्ञा लेनी चाहिए.
- तुलसी के पत्तों को कभी नाखूनों से नहीं तोड़ना चाहिए.
सूर्यास्त के बाद तुलसी के पत्ते तोड़ने से जुड़ी ये मान्यताएं. सदियों से चली आ रही हैं. हालांकि, इनका कोई वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है. लेकिन धार्मिक दृष्टिकोण से इनका पालन करना शुभ माना जाता है. इसलिए तुलसी के पौधे का सम्मान करते हुए इन बातों का ध्यान रखना चाहिए.
January 22, 2025, 14:35 IST
सूर्यास्त के बाद तुलसी का पत्ता तोड़ना शुभ है या अशुभ? जानें