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Virat Kohli Visit Sant Premanand Maharaj: विराट कोहली ने आज वृंदावन में पत्नी अनुष्का शर्मा के साथ प्रेमानंद जी महाराज से मुलाकात की. इस दौरान प्रेमानंद जी ने दोनों को सफल जीवन का मंत्र दिया. उन्होंने इस बात को समझाने के लिए लंका युद्ध के समय रावण वध का एक प्रसंग भी सुनाया.
Virat Kohli Visit Sant Premanand Maharaj: क्रिकेटर विराट कोहली आज अपनी पत्नी अनुष्का शर्मा के साथ वृंदावन पहुंचे. वहां पर उन्होंने श्री हित राधा केली कुंज में संत प्रेमानंद जी महाराज से मुलाकात की. इस दौरान प्रेमानंद महाराज जी ने उनको मनुष्य जीवन की सफलता का मंत्र दिया. बातचीत के दौरान प्रेमानंद महाराज ने विराट कोहली और अनुष्का शर्मा को लंका युद्ध के समय रावण वध का एक प्रसंग भी सुनाया. उन्होंने कहा कि अपने कार्य क्षेत्र को भगवान की सेवा समझिए, गंभीर भाव से रहिए, विनम्र रहिए और खूब नाम जप करिए.
जब तक भगवान न मिल जाएं, तब तक…
प्रेमानंद जी महाराज ने कोहली और अनुष्का शर्मा से कहा कि अपने आप को उन्नतिशील बनाना है. जब तक भगवान न मिल जाएं, तब तक हमारी यात्रा रुकनी नहीं है. लौकिक, परलौकिक सब क्षेत्रों को पार करते हुए एक बार ठाकुर जी के दर्शन करने हैं. जिसके हम असल में हैं, एक बार उनको भर नेत्र तो देखें. अनंत जन्म व्यतीत हो गए, इसी माया में भ्रमित होते हुए. न जाने किस किस को अपना बनाया, सब छूटते गए. जो अपना है, उसे तो एक बार देखें.
असली पिता से मिलने का लक्ष्य बनाएं
प्रेमानंद जी ने आगे कहा कि जो अपना असली पिता है, जिसने हमें बनाया है, एक बार हम उसे तो देखें. एक बार अपने मन में लालसा होनी चाहिए. वह तो बड़े सुंदर हैं, हमे एक बार तो उनको देखना चाहिए न. वह देखने योग्य हैं, वे अपने हैं, वे प्यारे हैं. यह लक्ष्य बना लेना चाहिए कि हम चाहें जिस जन्म में उनसे मिलो. अब मैं आपसे मिलना चाहता हूं. हमने सब सुख देख लिया है, अब मुझे नहीं चाहिए. अब मुझे आप चाहिए. अगर आप चाहिए तो सारे सुख अपने आप चरणों में आ जाएंगे और आप से विमुख होने पर…
विराट कोहली को दिया सफल जीवन का मंत्र
प्रेमानंद महाराज ने विराट कोहली को सफल जीवन का मंत्र देते हुए कहा कि हनुमान जी ने रावण से कहा था कि तेरे पास सबकुछ है लेकिन तेरे पास विवेक नहीं है. जिसके द्वारा तुझे सबकुछ मिला है, तू उन्हीं की पत्नी का अपहरण करके सुख चाहता है, हजारों विष्णु या शंकर मिल जाएं, प्रभु राम से द्रोह के कारण वे तुझे नहीं बचा पाएंगे. रावण की मृत्यु पर बंदर उसके सिर पर पैर मारते हैं, तो मंदोदरी कहती है कि जब तू चलता था चारों दिशाओं के दिग्गज कांपते थे, आज वही रावण, बंदर तेरी खोपड़ी को लात मार रहे हैं. रावण का यह हालत भगवान से विमुख होने के कारण हुआ. यदि हम उन भगवान को अपने जीवन में प्राप्त करें तो यह मनुष्य जीवन की सफलता है.
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कार्तिकेय तिवारी Hindi Bharat.one Digital में Deputy News Editor के पद पर कार्यरत हैं. वर्तमान में धर्म, ज्योतिष, वास्तु और फेंगशुई से जुड़ी खबरों पर काम करते हैं. पत्रकारिता में 12 वर्षों का अनुभव है. डिजिटल पत्रक…और पढ़ें







