Water Element Energy: हम सबकी ज़िंदगी इच्छाओं के इर्द-गिर्द घूमती है. कोई बिजनेस बढ़ाना चाहता है, कोई नौकरी में आगे जाना चाहता है, कोई घर में शांति और सुकून चाहता है, लेकिन अकसर लोग ये नहीं समझ पाते कि इच्छा पूरी होने के पीछे सिर्फ मेहनत ही नहीं, बल्कि एनर्जी का सही इस्तेमाल भी काम करता है. इसी एनर्जी को एलिमेंट्स की भाषा में समझा जाता है. वाटर एलिमेंट को सबसे खास इसलिए माना जाता है क्योंकि ये सीधे आपकी इच्छा और मैनिफेस्टेशन से जुड़ा होता है. जहां इच्छा है, वहां पानी है. व्यापार, ट्रैवल, ग्रोथ, मूवमेंट, फैसले लेना -ये सब वाटर एलिमेंट से ही जुड़े हैं. जब भी ज़िंदगी में कोई अच्छा काम करना हो, कोई नया कदम उठाना हो या किसी बड़े फैसले पर पहुंचना हो, तब वाटर एलिमेंट को एक्टिव करना फायदेमंद माना जाता है. खास बात ये है कि वाटर एलिमेंट सिर्फ एक ही तरह से काम नहीं करता, बल्कि इड़ा और पिंगला के साथ मिलकर अलग-अलग असर दिखाता है. यही फर्क समझना इस पूरे विषय की असली चाबी है. इस विषय में अधिक जानकारी दे रहे हैं भोपाल निवासी ज्योतिषी, वास्तु विशेषज्ञ एवं न्यूमेरोलॉजिस्ट हिमाचल सिंह. (संजय काल्पनिक नाम है)
वाटर एलिमेंट का सीधा मतलब
वाटर एलिमेंट का मतलब सिर्फ पानी नहीं है. इसका मतलब है इच्छा का बहाव. जो चीज़ चलती है, बढ़ती है और आगे ले जाती है, वहां वाटर एलिमेंट एक्टिव होता है. जब कोई व्यक्ति सोचता है कि अब कुछ बदलना है, कुछ हासिल करना है, तो वहां से वाटर एलिमेंट काम करना शुरू करता है. इसी वजह से मैनिफेस्टेशन को वाटर से जोड़ा जाता है.
इड़ा अर्थ और घर से जुड़ी एनर्जी
-इड़ा अर्थ को घर की एनर्जी कहा जाता है.
-जब घर में हवन, पूजा, पाठ हो रहा हो, बच्चे पढ़ाई कर रहे हों या घर का माहौल शांत और स्थिर रखना हो, तब इड़ा अर्थ सबसे बेहतर मानी जाती है.
-इड़ा अर्थ में वाटर एलिमेंट जुड़ जाए, तो घर में भावनात्मक संतुलन बनता है. रिश्तों में समझ बढ़ती है और मन ज़्यादा स्थिर रहता है. यही वजह है कि घर से जुड़े कामों में जल्दबाज़ी के बजाय शांति से लिए गए फैसले ज़्यादा टिकाऊ होते हैं.

पिंगला अर्थ और एक्शन की ताकत
-पिंगला अर्थ को एक्शन की एनर्जी कहा जा सकता है.
-जब कोई खेल रहा हो, दौड़ रहा हो, नई स्किल सीख रहा हो या बिजनेस से जुड़े फैसले ले रहा हो, तब पिंगला अर्थ एक्टिव रहती है.
-बिजनेस में इन्वेस्टमेंट, नई डील, एसेट्स बनाना, सोना-चांदी खरीदना या बड़ी शॉपिंग -ये सब पिंगला अर्थ से जुड़े काम हैं. यहां वाटर एलिमेंट जुड़ने पर फैसले में तेजी आती है और मौके पहचानने की समझ बढ़ती है.
शॉपिंग और फैसलों में वाटर एलिमेंट
-यहां शॉपिंग का मतलब रोज़मर्रा की छोटी खरीदारी नहीं है.
-यहां बात हो रही है बड़े फैसलों की -जैसे प्रॉपर्टी लेना, ज्वेलरी खरीदना या लॉन्ग टर्म इन्वेस्टमेंट.
-ऐसे समय पर वाटर एलिमेंट चाहे इड़ा के साथ हो या पिंगला के साथ, दोनों ही स्थिति में सपोर्टिव माना जाता है. फर्क बस इतना है कि इड़ा में भावनाओं का संतुलन रहता है और पिंगला में एक्शन की ताकत.

कब और कैसे वाटर एलिमेंट को समझें
-जब भी आपको लगे कि मन में बहुत सारी इच्छाएं हैं लेकिन दिशा साफ नहीं है, तब वाटर एलिमेंट को समझना जरूरी हो जाता है.
-घर के काम, बच्चों की पढ़ाई या मानसिक शांति के लिए इड़ा के साथ वाटर बेहतर है.
-बिजनेस, ग्रोथ और फैसलों के लिए पिंगला के साथ वाटर ज़्यादा असरदार माना जाता है.







