शुभम मरमट/ उज्जैन: सनातन धर्म में हर पर्व हर त्योहार का अपना अलग ही महत्व होता है. साल के प्रत्येक महीने में मां आदि शक्ति दुर्गा की उपासना का भी विधान है. हिंदू पंचांग के अनुसार शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि को मासिक दुर्गा अष्टमी तिथि के नाम से जाना जाता है.
इस दिन माता दुर्गा की विधि-विधान पूर्वक पूजा आराधना की जाती है. इस दौरान माता दुर्गा पृथ्वी पर निवास करती है. अपने भक्तों की सभी मनोकामना पूरी करती हैं. इस बार यह अस्टमी कब है. उज्जैन के पंडित आनंद भारद्वाज से जानते तिथि व शुभ मुहूर्त कब है.
कब है मासिक दुर्गा अष्टमी
वैदिक पंचांग के अनुसार, भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की तिथि इस साल 10 सितंबर, मंगलवार की रात 11 बजकर 11 मिनट पर शुरू होगी. इस तिथि का समापन 11 सितंबर की रात 11 बजकर 46 मिनट पर हो जाएगा. ऐसे में उदया तिथि के अनुसार मासिक दुर्गा अष्टमी का व्रत 11 सितंबर के दिन ही रखा जाएगा. इस दिन ही मां दुर्गा के लिए व्रत रखकर पूरे मनोभाव से पूजा की जा सकेगी.
शुभ योग मे मनाई जाएगी मासिक दुर्गाष्टमी
भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि पर प्रीति योग का निर्माण हो रहा है. इस दिन रवि योग का संयोग बन रहा है. इसके साथ ही भद्रावास योग का भी निर्माण हो रहा है. इसके अलावा, ज्येष्ठा नक्षत्र का भी संयोग है. इन योग में मां दुर्गा की पूजा करने से साधक ही हर मनोकामना पूरी होगी.
ऐसे करें मां दुर्गा कि पूजा
मासिक दुर्गा अष्टमी के दिन सुबह ब्रह्म मुहूर्त में उठकर स्नान करना चाहिए. इसके बाद गंगाजल डालकर माता दुर्गा की प्रतिमा स्थापित करनी चाहिए. माता दुर्गा का गंगाजल से अभिषेक करना चाहिए. इसके साथ ही माता दुर्गा के सामने दीप प्रज्वलित करना चाहिए. उसके बाद अक्षत सिंदूर और लाल पुष्प अर्पित करना चाहिए. भोग के रूप में मिठाई चढ़ाना चाहिए. धूप,दीप, अगरबत्ती जलाकर दुर्गा चालीसा का पाठ करना चाहिए. ऐसा करने से माता दुर्गा जल्द प्रसन्न होती है और अपने भक्तों की सभी मनोकामना पूरी करती है.
FIRST PUBLISHED : September 5, 2024, 12:44 IST