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Broom Kept Standing Outside : झाड़ू को घर के बाहर खड़ा करने का रिवाज केवल दिखावे के लिए नहीं है, बल्कि इसके पीछे गहरी सोच और भावनात्मक समझ छिपी हुई है. यह परंपरा न केवल आत्मा की शांति से जुड़ी है, बल्कि परिवार …और पढ़ें

घर से बाहर झाड़ू रखने की परम्परा
हाइलाइट्स
- झाड़ू को बाहर रखने से नकारात्मक ताकतें घर में नहीं आतीं.
- झाड़ू आत्मा को संकेत देती है कि उसे आगे बढ़ना है.
- झाड़ू बाहर रखने से शोक का माहौल दर्शाया जाता है.
Broom Kept Standing Outside : हमारे समाज में कई ऐसे रिवाज हैं जो पीढ़ियों से चले आ रहे हैं. खासतौर पर जब किसी की मृत्यु हो जाती है, तो कुछ नियम और परंपराएं अपनाई जाती हैं. इनमें से कुछ रिवाज धार्मिक मान्यताओं से जुड़े होते हैं, तो कुछ का संबंध मानसिक और भावनात्मक स्थिति से होता है. ऐसा ही एक रिवाज है – किसी के निधन के बाद घर के बाहर झाड़ू खड़ी करके रखना. यह सुनने में सामान्य लग सकता है, लेकिन इसके पीछे कई छिपे हुए कारण होते हैं, जिन्हें जानना जरूरी है. इस विषय में अधिक जानकारी दे रहे हैं भोपाल निवासी ज्योतिषी एवं वास्तु सलाहकार पंडित हितेंद्र कुमार शर्मा.
नकारात्मक असर से बचाव
जब किसी की मृत्यु होती है, तो माना जाता है कि उस समय घर में नकारात्मक ताकतें प्रवेश कर सकती हैं. ऐसे में झाड़ू को घर के बाहर खड़ा करके रखने से ये नकारात्मक ताकतें अंदर नहीं आ पातीं. झाड़ू को एक रेखा या अवरोध की तरह देखा जाता है, जो घर की सीमाओं को तय करता है और अशुभ असर को रोकता है.
आत्मा की विदाई में सहायक
यह भी माना जाता है कि किसी की मृत्यु के बाद उसकी आत्मा कुछ समय तक घर के आसपास रहती है. झाड़ू को बाहर खड़ा करने का मतलब है आत्मा को यह संकेत देना कि अब उसे इस जगह से आगे बढ़ना है. झाड़ू इस काम में एक तरह का संकेत बनती है, जिससे आत्मा घर से जुड़ी यादों से धीरे-धीरे दूर हो सके.
शोक की स्थिति का संकेत
कुछ समुदायों में मृत्यु के बाद कुछ दिनों तक घर में सफाई या अन्य दैनिक कामों से परहेज़ किया जाता है. ऐसे में झाड़ू को बाहर रखना इस बात का प्रतीक है कि अभी घर में शोक का माहौल है और सामान्य जीवन रुका हुआ है. यह एक तरह से पड़ोसियों और रिश्तेदारों को संकेत देने का तरीका भी है.
आत्मा के दोबारा प्रवेश को रोकना
एक और मान्यता यह है कि झाड़ू को बाहर रखने से आत्मा घर में लौटने का रास्ता भूल जाती है. ऐसा माना जाता है कि अगर आत्मा दोबारा घर लौट आए तो परिवार के लोगों को मानसिक या भावनात्मक परेशानी हो सकती है. झाड़ू को बाहर रखने से यह संभावना कम हो जाती है.
मृतक से संपर्क समाप्त करना
माना जाता है कि जब झाड़ू को बाहर रखा जाता है, तो उसका एक संकेत यह भी होता है कि मृत व्यक्ति की आत्मा का परिवार से और शरीर से संबंध पूरी तरह समाप्त हो गया है. इससे आत्मा को शांति मिलती है और वह अगले सफर के लिए आगे बढ़ सकती है.