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कोरियाई बांस नमक: दुनिया का सबसे महंगा नमक, जानिए इसके फायदे और कीमत


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Most Pricey Salt In The World : कोरिया में बनने वाला बैंबू साल्ट दुनिया का सबसे महंगा नमक होता है. एक किलो नमक की कीमत 30,000 रुपए होती है. आखिर क्या है इस नमक में जो इतना महंगा होता है.

दुनिया का सबसे महंगा नमक, 250 ग्राम की कीमत 7500 रुपये, क्या है इसमें खास

हाइलाइट्स

  • कोरियाई बांस नमक दुनिया का सबसे महंगा नमक है
  • ये नमक बहुत जटिल प्रक्रिया में 50 दिनों में बनाया जाता है
  • इसे हेल्थ के लिए बहुत बेहतर माना जाता है

नमक के बगैर हम अपने जीवन क्या रोजाना के जीवन की भी कल्पना नहीं कर सकते. ये हमारे लिए बहुत जरूरी है. इसके बगैर हर स्वाद बेस्वाद हो जाता है. ये रसोई में सबसे जरूरी चीज है. वैसे नमक की कीमत कुछ देशों में ज्यादा होती हैं और कुछ में ये बहुत सस्ता बिकता है. लेकिन एक नमक ऐसा भी है, जो 250 ग्राम 7500 रुपए का मिलता है.

नमक ने भारत के स्वतंत्रता संग्राम में भी अहम भूमिका निभाई. अंग्रेजों के शासन में नमक महंगा था, उसकी तुलना में अब नमक बहुत सस्ता है लेकिन ऐसा केवल भारत में ही है. अमेरिका जैसे देश में यही नमक काफी कीमत वाला हो जाता है.

वैसे हम आपको बता दें कि दुनिया के जिस सबसे महंगे नमक की बात हम कर रहे हैं, वो कोरियाई नमक है. ये खास तरीके से और खास वस्तु से बनाया जाता है. ये कोरियाई बांस से बनाया जाता है. इसे कोरियाई बांस नमक, बैंगनी बांस नमक या जुग्योम के नाम से भी जाना जाता है

ये जटिल प्रक्रिया से बनता है
कोरियाई बांस नमक की कीमत मात्र 250 ग्राम के लिए लगभग 100 अमेरिकी डॉलर (7500 रुपये) है. आप हैरान हो सकते हैं कि ऐसा इस नमक में क्या है, जो इसकी कीमत इतनी ज्यादा है. कोरियाई बांस नमक की कीमत इतनी ज्यादा इसलिए क्योंकि उसे जटिल प्रक्रिया के बाद ही बनाया जा पाता है.

कोरियाई नमक दुनिया का सबसे महंगा नमक है. ये 30000 रुपए किलो बिकता है. इसे बनाना बहुत जटिल और लंबा समय लेने वाला है.

कोरियाई बांस नमक कैसे बनाया जाता है?
प्राचीन काल से ही कोरियाई लोग खाना पकाने और पारंपरिक दवा के रूप में बांस के नमक का इस्तेमाल करते रहे हैं. यह नमक बांस के अंदर सामान्य समुद्री नमक डालकर और उसे उच्च तापमान पर भूनकर बनाया जाता है. इसे एमेथिस्ट बैंबू कहा जाता है. ये कोरिया में बनाया जाता है. इसे बनाने में बहुत समय लगता है.

क्यों है यह इतना महंगा?
– इस नमक को बांस के सिलेंडरों में भरकर नीलम बांस का नमक बनाया जाता है. इस प्रक्रिया में 50 दिन लगते हैं.
– नमक से भरे बांस के सिलेंडर को कई बार उच्च तापमान पर गर्म किया जाता है, जिससे बांस के गुण नमक में समा जाते हैं.
– इसे कम से कम नौ बार 800 डिग्री सेल्सियस से कहीं ज्यादा तापमान पर भूना जाता है
– ये भूनना ना केवल नमक को बांस से खनिजो के साथ मिलाता है बल्कि इसके रंग और बनावन को भी बदल देता है.

कोरिया का बैंबू नमक हेल्थ के लिहाज से बेहतरीन नमक माना जाता है और कई स्वास्थ्यगत चीजों में बहुत फायदेमंद होता है.

– अंतिम भूनना 1,000 डिग्री सेल्सियस तक पहुँच सकता है, जिसके लिए कुशल कारीगरों द्वारा संचालित विशेष भट्टियों की आवश्यकता होती है
– इस पूरी प्रक्रिया में काफी मेहनत और समय लगता है, जो इसकी लागत को बढ़ा देता है. इसकी कुल प्रक्रिया में भूनना और ठंडा करना दोनों के चरण शामिल होते हैं.
– इस नमक के 240 ग्राम पैकेट की कीमत 7000 से ज्यादा होती है।

क्या हैं इसके लाभ
माना जाता है कि बांस के नमक में नियमित समुद्री नमक की तुलना में आयरन, पोटेशियम और कैल्शियम जैसे आवश्यक खनिजों का उच्च स्तर होता है. माना जाता है कि ये खनिज पाचन और मौखिक स्वास्थ्य सहित कई स्वास्थ्य पहलुओं को बेहतर बनाते हैं. सदियों से, बांस के नमक का उपयोग कोरियाई पारंपरिक चिकित्सा में इसके कथित चिकित्सीय गुणों के लिए किया जाता रहा है.

सूजन-रोधी गुण – बांस नमक सूजन को कम करने की अपनी क्षमता के लिए जाना जाता है, जो इसे गठिया और गले में खराश जैसी स्थितियों के लिए फायदेमंद बनाता है. इसके सूजन-रोधी प्रभाव प्रभावित क्षेत्रों में दर्द और सूजन को कम कर सकते हैं.

मुंह के छालों में – ये नमक मुंह के छालों और मसूड़ों की सूजन सहित मौखिक समस्याओं के इलाज में असरदार है. यह उपचार को बढ़ावा देता है. ये बैक्टीरिया से लड़ने में मदद कर सकता है, जिससे समग्र मौखिक स्वच्छता में सुधार होता है.

क्षारीय प्रभाव – उच्च पीएच स्तर के साथ, बांस नमक शरीर को क्षारीय करने में मदद करता है, जो कैंसर सहित हानिकारक बैक्टीरिया और बीमारियों के लिए प्रतिकूल वातावरण बनाने के लिए माना जाता है. यह क्षारीय प्रभाव अम्लीय खाद्य पदार्थों को भी बेअसर कर सकता है.

खनिजों से भरपूर – बांस के नमक में पोटेशियम, कैल्शियम और मैग्नीशियम सहित 70 से अधिक आवश्यक खनिज होते हैं.

एंटीऑक्सीडेंटये नमक शरीर में एंटीऑक्सीडेंट एक्टिविटीज को उत्तेजित करता है, जिससे मधुमेह और उच्च रक्तचाप जैसी पुरानी बीमारियों में योगदान देने वाले कणों को खत्म करने में मदद मिलती है.

प्रतिरक्षा प्रणाली को बेहतर करना – अपने जीवाणुरोधी गुणों के कारण, बांस का नमक शरीर को हानिकारक रोगजनकों से अधिक प्रभावी ढंग से लड़ने में मदद करके प्रतिरक्षा कार्य को बढ़ा सकता है.

विषाक्त पदार्थों को बेअसर करने वाला –ऐसा माना जाता है कि यह विषाक्त पदार्थों को बेअसर करके शरीर के समग्र स्वास्थ्य में सुधार हो करता है.

त्वचा के लिए बेहतर – बांस का नमक त्वचा के संक्रमण को रोकने और अपने जीवाणुरोधी गुणों के कारण एक्जिमा जैसी त्वचा की स्थिति में सुधार करने में मदद कर सकता है.

तनाव से राहत – बांस के नमक का सेवन बेहतर हार्मोनल संतुलन को बढ़ावा देकर और तनाव के स्तर को कम करके मन की अधिक आराम की स्थिति में योगदान दे सकता है.

पाचन स्वास्थ्य – कुछ समर्थकों का दावा है कि बांस का नमक पाचन और आंत के स्वास्थ्य में सुधार कर सकता है, हालांकि इन दावों को पूरी तरह से प्रमाणित करने के लिए अधिक शोध की आवश्यकता है.

बिकता भी खूब है
उच्च लागत के बावजूद, कोरिया और उसके बाहर के कई उपभोक्ता इसके स्वास्थ्य लाभों और पाक गुणों के कारण इसे खरीदने के लिए तैयार रहते हैं.
इस नमक को स्वास्थ्य के लिए काफी फायदेमंद माना जाता है. इसका स्वाद सामान्य नमक से थोड़ा अलग होता है

आइसलैंडिक सॉल्ट भी काफी महंगा
यह नमक भी काफी महंगा है. इसे लग्जरी नमक कहा जाता है. इसे हाथ से तैयार किया जाता है. इसे आइसलैंड के उत्तर पश्चिमी हिस्से में बनाया जाता है.

वैसे सामान्य नमक अमेरिका में सबसे महंगा
दुनिया भर में नमक की कीमतें काफी अलग-अलग हैं, जिसमें संयुक्त राज्य अमेरिका और उरुग्वे में नमक सबसे महंगा बिकता है. ये $3.00 प्रति किलोग्राम यानि 300 प्रति किलो की दर से बिकता है.
रूस में इसकी कीमत सबसे कम $0.16 प्रति किलोग्राम है यानि 16 रुपए किलो के आसपास. भारत में पैक्ड नमक 20-25 रुपए किलो में मिलता है. हालांकि 81 देशों में नमक की औसत कीमत $0.94 (करीब 94 रुपए) है. नमक की कीमत आयात, उत्पादन विधियों, परिवहन लागत, बाजार की मांग और स्थानीय आर्थिक स्थितियों पर निर्भर करती है.

इन देशों में भी नमक महंगा
घाना ($2.64), स्विटजरलैंड ($2.04), और बेल्जियम ($2.00) में नमक महंगा है. पाकिस्तान, कजाकिस्तान और मिस्र जैसे देशों में ये भारत की ही कीमत पर मिलता है.

भारत में नमक की स्थिति
भारत में समुद्र तटों की लंबी तट रेखा होने के कारण समुद्री नमक का उत्पादन बड़ी मात्रा में होता है. चीन में भी समुद्री नमक का उत्पादन बड़े पैमाने पर होता है. ऑस्ट्रेलिया में नमक की खदानें हैं, जिससे नमक का उत्पादन सस्ता होता है. समुद्र के किनारे या नमक की खदानों में नमक का उत्पादन करना आसान और सस्ता होता है. कुछ देशों में सरकारें नमक पर सब्सिडी देती हैं, जिससे इसकी कीमत कम रहती है.

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दुनिया का सबसे महंगा नमक, 250 ग्राम की कीमत 7500 रुपये, क्या है इसमें खास


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