बुलंदशहर: यूपी के बुलंदशहर जिला मुख्यालय से करीब 25 किलोमीटर दूर खुर्जा कस्बा यूं तो काफी चीजों को लेकर प्रदेश भर में मशहूर है. जैसे खुर्जा की खुरचन और खुर्जा का पोटरी उद्योग को सभी जानते हैं. ऐसे ही यहां खुर्जा की आलू टिक्की भी बहुत ही मशहूर है. यहां खाने वालों की भीड़ लगी रहती है.
टिक्की खाने वालों की लगती है भीड़
बता दें कि खुर्जा के बस स्टैंड के पास आलू की टिक्की की दुकान है. इस टिक्की का स्वाद इतना लाजवाब है कि दूर-दूर से खाने वाले लोग खाने पहुंचते हैं. कहा जाता है कि यहां का आलू टिक्की एक बार खाने वाले दोबारा जरूर खाने पहुंचते हैं. वहीं, आलू की टिक्की बनाने वाले दुकानदार रतनपाल ने बताया कि उनके दुकान पर टिक्की खाने वालों की भीड़ लगी रहती है. वह दुकन पर सफाई का बहुत ही ख्याल रखते हैं.
जानें आलू टिक्की बनाने की विधि
दुकानदार रतनपाल ने बताया कि सबसे पहले आलू को कद्दूकस कर लीजिये. बाकी सभी सामग्रियां डालकर अच्छी तरह मैश कर लीजिए. इसका चिकना आटा गूथ लीजिये. जहां 10 बराबर बॉल में बांट लें. साथ ही स्टफिंग के लिए एक पैन में तेल गर्म करें और हींग डालें. फिर उबले हुए सफेद मटर डालें और सुनहरा और खुशबूदार होने तक भूनें.
धीमी आग में पकाई जाती है टिक्की
इसके बाद बची हुई सामग्री डालें और अच्छी तरह मिलाएं. जहां 10 बराबर बॉल में बांट लें. अब हर आलू के बॉल को चपटा करें और उसमें मटर वाले बॉल भरें. चारों तरफ से आलू से ढक दीजिए और लोई बना लीजिए. इसे थोड़ा चपटा करें. एक बड़े तवे पर आधा कप तेल गरम करें और टिक्की डालें. धीमी गैस पर एक तरफ से कुरकुरा होने तक पकाएं और दूसरी तरफ से भी कुरकुरा और सुनहरा होने तक पकाएं.
टिक्की तैयार करने का तरीका
इसके बाद दही को छलनी से छान लें और इसमें नमक और चीनी मिला लें. जरूरत होने तक फ्रिज में रखें. हरी चटनी की सभी सामग्री को एक चौथाई कप पानी के साथ पीसकर मुलायम चटनी बना लें. वहीं, एक पैन में एक बड़ा चम्मच तेल गर्म करें. जीरा और सौंफ डालें और चटकने दें. इमली का गूदा गुड़ डालें और अच्छी तरह मिलाएं. चटनी को चमकदार और गाढ़ा होने तक धीमी गैस पर पकाएं.
जानें टिक्की क्यों हो जाती है स्पेशल
इसके बाद जीरा पाउडर, चिली फ्लेक्स, काला नमक और स्वादानुसार नमक डालें. अच्छी तरह से मिलाएं. इसके बाद गरमा-गरम टिक्कियां प्लेट में रखें. ऊपर से ठंडा दही डालें. ऊपर से चटनी, सेव, अनार के दाने, चाट मसाला डालें और सर्व करें. दुकानदार ने बताया कि यंहा आलू टिक्की खाने के लिए अपने खुर्जा बुलंदशहर से ही नहीं बल्कि आसपास जिले से भी लोग आलू टिक्की खाने आते है.
300 टिक्की की होती है बिक्री
यहां दुकान पर एक दिन में लगभग 300 टिक्की की खपत हो जाती है. एक आलू टिक्की की कीमत लगभग 40 रुपए है. जहां टिक्की बनाने में तरह-तरह के मसालों का प्रयोग किया जाता है. दुकानदार ने बताया कि यहां जो एक बार आलू टिक्की खा ले. वह दोबारा दौड़ा-दौड़ा खाने पहुंचता है. यहां दुकान पर दोपहर से लेकर देर शाम तक खाने वालों की भीड़ लगी रहती है.
FIRST PUBLISHED : September 18, 2024, 16:32 IST
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
https://hindi.news18.com/news/lifestyle/recipe-khurja-bulandshahr-taste-potato-tikkis-amazing-people-make-300-plates-gobble-up-recipe-local18-8698834.html