What is difference between mawa and mewa: आप मार्केट से मिठाई लाकर खूब खाते होंगे. तरह-तरह की मिठाइयां मिठाई की दुकान पर अब मिलने लगी हैं. एक से बढ़कर एक स्वाद, रंग-रूप और अलग-अलग दाम. आमतौर पर मिठाई को बनाने के लिए छेना, दूध, चीनी, खोया या मावा, मेवा आदि का भरपूर इस्तेमाल किया जाता है. कुछ मिठाई सिर्फ दूध, चीनी से बनते हैं. दूध को गाढ़ा करके तैयार होने वाला खोया या मावा से बनाया जाता है. उसमें मेवा भी पड़ता है. कई बार लोग मावा और मेवा को एक ही समझ बैठते हैं. कुछ लोग मावा को मेवा और मेवा को मावा बोल देते हैं. तो वहीं, कुछ लोग खोया और मावा को अलग समझ बैठते हैं. लेकिन, क्या आप जानते हैं इनमें अंतर क्या होता है?
क्या खोया और मावा एक ही है?
कई मिठाई खोया यानी मावा से ही बनती है. मावा से बनने वाली मिठाई का स्वाद बेहद ही दमदार होता है. दअसल, खोया (khoya)और मावा (Mawa) एक ही चीज है. खोया को ही मावा कहा जाता है. मावा एक दूध से बनने वाला उत्पाद है, जिसे कोई भी घर पर आसानी से बना सकता है. मावा तीन तरह का होता है, जिसमें बट्टी खोया काफी सख्त, कड़ा, जमा हुआ रहता है. दूसरा दानेदार खोया और तीसरा चिकना खोया होता है. आप घर पर खुद से शुद्ध मावा बनाएं या मार्केट से शुद्ध खरीद कर लाएं, यह 24 घंटे के अंदर खराब हो सकता है, लेकिन मिलावटी मावा 7 से 8 दिन भी खराब नहीं होता. मावा आप दूध को तेज आंच पर उबाल कर बना सकते हैं. जब दूध उबल कर गाढ़ा हो जाए, सूख जाए, मलाई जमने लगे तो यही खोया कहलाता है. नियमित आप मावा का सेवन करते हैं तो शरीर में कैल्शियम की कमी नहीं होगी. हड्डियां स्ट्रॉन्ग बनेंगी. हार्ट के लिए भी हेल्दी है.
मावा और मेवा में अंतर?
जैसा कि हम ऊपर बता चुके हैं कि दूध को गाढ़ा करके तैयार किया जाता है मावा. यह एक दूध से बनने वाला प्राडक्ट है. इसे कई तरह की मिठाइयों को बनाने के लिए इस्तेमाल किया जाता है. मावा और मेवा भले आपको देखने-सुनने में एक लगता है, लेकिन दोनों में जमीन आसमान का फर्क है. मेवा यानी ड्राई फ्रूट्स. जी हां, सूखे मेवे को मेवा कहा जाता है. आप काजू, पिस्ता, बादाम, अखरोट, किशमिश, ड्राई अंजीर, चिलगोजा आदि का सेवन करते होंगे. लोगों को गिफ्ट में ड्राई फ्रूट्स के डिब्बे देते होंगे. इसे ही मेवा (Dried Fruit) कहा जाता है. कुछ मेवे फलों को सुखाकर बनते हैं जैसे किशमिश, खजूर, अंजीर आदि. वहीं कुछ फलों की गिरियां होती हैं. ये गिरियां फलों के ऑयली सीड्स यानी बीज होती हैं. ये सभी ढेरों पौष्टिक तत्वों से भरपूर होते हैं. इन्हें खाने से शरीर को कई फायदे होते हैं.
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FIRST PUBLISHED : September 27, 2024, 09:29 IST
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