गुमला. आज के इस आधुनिक व भागदौड़ भरी जिंदगी में चाय, कॉफी पीने का ट्रेंड चल पड़ा है. यही कारण है कि आजकल गांव हो या शहर, हर चौक-चौराहे पर चाय की दुकान मिल ही जाती है. वहीं सर्दी के मौसम में चाय की डिमांड और बढ़ जाती है. गुमला में इन दिनों आरोग्य तुलसी के स्टॉल में मिलने वाली चाय लोगों को काफी पसंद आ रही है. गुमला में वैसे तो कई जगह चाय मिलती है, लेकिन यहां मिलने वाली चाय का क्रेज लोगों के सिर चढ़कर बोल रहा है.
गुड़ की चाय का दीवाना हुआ गुमला
गुमला शहर के जशपुर रोड स्थित बिरसा मुंडा पार्क से सटे आरोग्य तुलसी में मिलने वाली चाय के स्वाद का हर कोई दीवाना है. दुकान खुलते ही चाय लवर्स का भारी जमावड़ा यहां देखने को मिलता है, जो दुकान बंद होने तक जारी रहता है. यहां कई प्रकार की चाय मिलती है, लेकिन गुड़ वाली चाय को लोग सबसे ज्यादा पसंद करते हैं. यहां रोज 1 हजार कप से ज्यादा चाय की खपत होती है.
कैसे आया चाय की दुकान खोलने का ख्याल?
संचालक अनमोल कुमार ने Bharat.one को बताया कि उन्होंने स्नातक तक की पढ़ाई की है और सरकारी नौकरी की तैयारी भी कर रहे हैं. इस दौरान उन्होंने सोचा कि क्यों न कोई काम भी किया जाए. तभी उनके मन में आया कि गुमला जिले में एक भी आरोग्य अमृततुल्य की दुकान नहीं है. साथ ही उन्हें चाय पीने और बनाने का भी काफी शौक है, इसलिए यह काम उनके लिए सबसे बेहतर लगा.
इसी सोच के साथ उन्होंने गुमला शहर के जशपुर रोड स्थित बिरसा मुंडा एग्रो पार्क के समीप आरोग्य अमृततुल्य की दुकान शुरू की. यह गुमला जिले की पहली आरोग्य अमृततुल्य ब्रांच है. इसके बाद और भी कई ब्रांच खुलीं, लेकिन लोग आज भी उनकी दुकान की चाय को ज्यादा पसंद करते हैं.
चाय की तमाम वैरायटी मिलती हैं
अनमोल कुमार ने बताया कि उनकी दुकान पर कई तरह की चाय उपलब्ध है, जैसे मसाला चाय, कुल्हड़ मसाला चाय, लेमन टी, शुगर फ्री चाय, ब्लैक टी, गुड़ चाय, कॉफी, चॉकलेट टी, तुलसी टी, बादाम केसर मिल्क. इसके अलावा अलग-अलग तरह के शेक और कोल्ड पेय भी मिलते हैं. लेकिन सबसे ज्यादा डिमांड गुड़ वाली चाय की रहती है. उन्होंने लोगों से अपील की कि एक बार आकर जरूर टेस्ट करें, यकीनन स्वाद लाजवाब लगेगा. बेहतरीन स्वाद की वजह से लोग इसे खूब पसंद कर रहे हैं.
प्योर दूध में बनती है चाय
उन्होंने बताया कि उनकी दुकान पर चाय में चायपत्ती का इस्तेमाल नहीं किया जाता है. यहां तक कि लोकल बाजार में मिलने वाली चीनी और गुड़ का भी प्रयोग नहीं होता है. चाय और कॉफी बनाने के लिए आरोग्य अमृततुल्य की चीनी, गुड़ और अन्य सामग्री पुणे से मंगाई जाती है. चाय बनाने में पानी की एक बूंद भी नहीं डाला जाता, बल्कि प्योर अमूल दूध से चाय तैयार की जाती है.
इसी वजह से लोग यहां की चाय को काफी पसंद करते हैं. रोजाना 1 हजार से अधिक गुड़ चाय की खपत होती है. कीमत की बात करें तो गुड़ चाय और कॉफी 20 रुपये प्रति कप की दर से मिलती है. उनकी दुकान सुबह 7 बजे से रात 11 बजे तक खुली रहती है.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
https://hindi.news18.com/news/lifestyle/recipe-gud-chai-loved-by-everyone-arogya-tulsi-stall-1000-cup-sells-everyday-local18-ws-l-9966456.html







