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गोड्डा की यह दुकान, जिसे द्रौपदी देवी चलाती हैं, रोजाना 1200 से 1500 रुपये की कमाई करती है. द्रौपदी देवी बताती हैं कि उनके पास प्रतिदिन 80 से 100 मजदूर आते हैं, जो दोपहर के समय यहां सत्तू खाने के लिए रुकते हैं. वह उन्हें एक प्लेट में सत्तू के साथ प्याज, हरी मिर्च, और अचार देती हैं, और ग्राहक खुद से सत्तू को सानकर (गुंथकर) खाते हैं. इस अनोखी सेवा के चलते, दुकान पर हमेशा लोगों की भीड़ बनी रहती है.
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https://hindi.news18.com/photogallery/lifestyle/recipe-godda-dhaba-offers-unique-experience-customers-make-their-own-sattu-8760955.html