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गोरखपुर के बरगदवा चौराहे पर ‘बुढ़ऊ चाचा की मिठाई’ दशकों से मशहूर है. तिलक चौधरी द्वारा स्थापित इस दुकान की रबड़ी मलाई और पेड़ा खास हैं. अब आराधना चौधरी इसे संभाल रही हैं.

बुढ़ऊ चाचा की फेमस लस्सी
हाइलाइट्स
- ‘बुढ़ऊ चाचा की मिठाई’ गोरखपुर में 70 साल से मशहूर है.
- पेड़ा, रबड़ी और लस्सी यहां की खासियत हैं.
- अब दुकान की जिम्मेदारी आराधना चौधरी संभाल रही हैं.
Famous Sweets of Gorakhpur: गोरखपुर के बरगदवा चौराहे पर एक ऐसी मिठाई की दुकान है, जिसकी मिठास पूरे शहर में मशहूर है. यह है ‘बुढ़ऊ चाचा की मिठाई’, जहां का रबड़ी मलाई और पेड़ा खाने के लिए दूर-दूर से लोग आते हैं. दशकों से यह दुकान अपने खास स्वाद के लिए जानी जाती है और आज भी यहां हर दिन कुंतल भर दूध से ताज़ी मिठाइयाँ तैयार होती हैं.
इस दुकान की नींव तिलक चौधरी ने रखी थी. शुरुआत में यह एक छोटी सी मिठाई की दुकान थी, लेकिन धीरे-धीरे इसका स्वाद लोगों की जुबान पर चढ़ गया. गोरखपुर ही नहीं, आसपास के जिलों में भी यह मशहूर हो गई. बीते 70 सालों में स्वाद और गुणवत्ता वैसी ही बनी हुई है, जिससे लोग इसे पुरानी यादों से जोड़ते हैं.
पेड़ा, रबड़ी और लस्सी की खासियत
इस दुकान का सबसे मशहूर है पेड़ा, जो शुद्ध खोए और ताजे दूध से बनाया जाता है. इसके अलावा, यहां की रबड़ी मलाई और लस्सी भी ग्राहकों की पहली पसंद बनी हुई है. त्योहारों के दौरान, खासकर नवरात्रि और दीपावली में, यहां मिठाइयों की मांग कई गुना बढ़ जाती है.
नई पीढ़ी ने संभाली दुकान की जिम्मेदारी
अब इस दुकान की जिम्मेदारी बुढ़ऊ चाचा की बहू आराधना चौधरी ने संभाल ली है. वह बताती हैं कि उनकी पहली प्राथमिकता स्वाद और गुणवत्ता बनाए रखना है. वह खुद हर दिन मिठाइयों की जांच करती हैं और ग्राहकों की पसंद का खास ख्याल रखती हैं.
गोरखपुर की पहचान बन चुकी है ये दुकान
‘बुढ़ऊ चाचा की मिठाई’ सिर्फ एक दुकान नहीं, बल्कि गोरखपुर की मिठाई परंपरा और सांस्कृतिक विरासत का हिस्सा बन चुकी है. यहां आने वाले ग्राहकों का कहना है कि सालों बाद भी मिठाइयों का वही असली स्वाद बरकरार है, जो इसे और भी खास बनाता है.
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https://hindi.news18.com/news/lifestyle/recipe-budhau-chacha-sweets-gorakhpur-famous-peda-rabri-local18-9147510.html