Last Updated:
Raipur News: हिरदेश पाल ने Bharat.one से कहा कि उनका लक्ष्य बस यही है कि उनके ग्राहकों को वही पुराना स्वाद मिले, जैसा उनके पिता के समय में मिलता था. उनका मानना है कि यही निरंतरता और ईमानदारी उनके ठेले की असली पूंजी है.
रायपुर. छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर के भांठागांव चौक पर एक ऐसा गुपचुप ठेला है, जो पिछले दो दशकों से शहर के लोगों के दिलों में राज कर रहा है. यहां रोजाना सैकड़ों लोग सिर्फ एक स्वाद के दीवाने बनकर पहुंचते हैं और वह स्वाद है ‘दही गुपचुप’ का. सुनने में साधारण लगने वाला यह नाम असल में रायपुर की फूड आइडेंटिटी बन चुका है. इस गुपचुप ठेले की शुरुआत साल 2003 में हिरदेश पाल के पिता ने की थी, जब वह मध्य प्रदेश के ग्वालियर से काम की तलाश में रायपुर आए थे. उस वक्त उन्होंने सोचा भी नहीं था कि एक साधारण सा गुपचुप ठेला रायपुर के सबसे चर्चित स्ट्रीट फूड स्पॉट्स में से एक बन जाएगा. 2017 से इस ठेले की बागडोर अब उनके बेटे हिरदेश पाल संभाल रहे हैं, जिन्होंने अपने अंदाज और स्वाद से पुराने ग्राहकों के साथ नई पीढ़ी को भी दीवाना बना दिया है.
हिरदेश पाल Bharat.one को बताते हैं कि उनके ठेले पर चाट, पापड़ी भेल, खस्ता चाट, दाबेली, दही पापड़ी और पानी गुपचुप जैसे कई चटपटे आइटम मिलते हैं लेकिन पहचान दही गुपचुप से ही है. उनका कहना है कि हमारा दही गुपचुप बाकी जगहों से अलग इसलिए है क्योंकि इसमें हम डालते हैं गरम उबली हुई मटर, उस पर घर की बनी मीठी खजूर की चटनी, दही, नमक, मिर्च, बारीक प्याज और खास बात, हमारे घर पर तैयार किए गए दो से तीन सीक्रेट गरम मसाले. यही मसाले स्वाद में वो जादू घोल देते हैं, जिसकी वजह से लोग एक बार खाने के बाद बार-बार लौटकर आते हैं.
एक प्लेट की कीमत मात्र 30 रुपये
दिलचस्प बात यह है कि रोजाना यहां लगभग 500 प्लेट दही गुपचुप बिकती है. एक प्लेट की कीमत मात्र 30 रुपये है लेकिन स्वाद ऐसा कि लोग 3–4 प्लेट तक खा जाते हैं. अक्सर शाम के समय यहां इतनी भीड़ लग जाती है कि पार्किंग के लिए जगह तक नहीं मिलती है. हिरदेश पाल ने आगे कहा कि उनका लक्ष्य बस यही है कि ग्राहकों को वही पुराना स्वाद मिले, जैसा उनके पिता के समय में मिलता था. वह मानते हैं कि यही निरंतरता और ईमानदारी इस ठेले की असली पूंजी है.
राहुल सिंह पिछले 10 साल से खबरों की दुनिया में सक्रिय हैं. टीवी से लेकर डिजिटल मीडिया तक के सफर में कई संस्थानों के साथ काम किया है. पिछले चार साल से नेटवर्क 18 समूह में जुड़े हुए हैं.
राहुल सिंह पिछले 10 साल से खबरों की दुनिया में सक्रिय हैं. टीवी से लेकर डिजिटल मीडिया तक के सफर में कई संस्थानों के साथ काम किया है. पिछले चार साल से नेटवर्क 18 समूह में जुड़े हुए हैं.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
https://hindi.news18.com/news/lifestyle/recipe-famous-dahi-gupchup-selling-500-plates-everyday-local18-9705816.html