उत्तराखंड की समृद्ध लोक-परंपराओं में पहाड़ी व्यंजनों का विशेष स्थान है. इन्हीं पारंपरिक पकवानों में से एक है पहाड़ी गुड़ झोली हलवा, जो स्वाद के साथ-साथ पोषण से भी भरपूर माना जाता है. यह हलवा खासतौर पर सर्दियों के मौसम में बनाया और खाया जाता है, क्योंकि यह शरीर को अंदर से गर्माहट और ऊर्जा प्रदान करता है. पहाड़ों में इसे घरों में आसानी से उपलब्ध सामग्री से तैयार किया जाता है, जिससे यह हर वर्ग के लोगों का प्रिय व्यंजन बन गया है.
किन चीजों का होता है इस्तेमाल
पहाड़ी गुड़ झोली हलवा की सबसे खास बात इसकी सादगी है. इसमें गेहूं का आटा, सूजी या फिर पारंपरिक मंडुवे (रागी) का आटा इस्तेमाल किया जाता है. मिठास के लिए चीनी की जगह शुद्ध देसी गुड़ डाला जाता है, जो स्वाद के साथ-साथ सेहत के लिए भी लाभकारी होता है. देसी घी इसकी खुशबू और स्वाद को कई गुना बढ़ा देता है, वहीं इलायची और केसर इसे एक पारंपरिक और राजसी स्पर्श देते हैं.
बनाने की विधि
इस हलवे की बनाने की विधि भी बेहद आसान है. सबसे पहले गुड़ को पानी में घोलकर छान लिया जाता है ताकि उसमें मौजूद अशुद्धियां निकल जाएं. इसके बाद कढ़ाही में घी गर्म कर आटा या सूजी को धीमी आँच पर सुनहरा होने तक भुना जाता है. जब आटे से खुशबू आने लगे, तब उसमें धीरे-धीरे गुड़ का घोल डालकर लगातार चलाया जाता है. सही तापमान और धैर्य के साथ पकाने पर हलवा धीरे-धीरे गाढ़ा होकर घी छोड़ने लगता है, जो इसकी सही तैयारी का संकेत है.
ड्राई फ्रूट्स इसे बनाता है टेस्टी
ड्राई फ्रूट्स जैसे बादाम, काजू और पिस्ता न केवल इस हलवे को स्वादिष्ट बनाते हैं, बल्कि पोषण मूल्य भी बढ़ाते हैं. पहाड़ों में कई परिवार इसे दूध के साथ बनाना पसंद करते हैं, जिससे इसका स्वाद और भी क्रीमी हो जाता है. कुछ जगहों पर चावल के आटे या सूजी के साथ दूध का प्रयोग कर इसे विशेष अवसरों पर बनाया जाता है.
हेल्थ बेनिफिट्स
पोषण की दृष्टि से पहाड़ी गुड़ झोली हलवा बेहद फायदेमंद है. गुड़ आयरन का अच्छा स्रोत है, मंडुवा कैल्शियम और फाइबर से भरपूर होता है, और देसी घी शरीर को तुरंत ऊर्जा देता है. यही कारण है कि यह हलवा सर्दियों में बुजुर्गों और बच्चों के लिए खास माना जाता है.
कुल मिलाकर, पहाड़ी गुड़ झोली हलवा उत्तराखंड की सांस्कृतिक विरासत, सरल जीवनशैली और प्राकृतिक स्वादों का सुंदर उदाहरण है. यह व्यंजन न केवल पेट भरता है, बल्कि दिल को भी पहाड़ों की यादों से जोड़ देता है.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
https://hindi.news18.com/news/lifestyle/recipe-pahadi-gud-jholi-racipe-how-to-make-the-traditional-jaggery-jholi-at-home-local18-9975328.html







