बिलासपुर: गांवों और कस्बों में पारंपरिक व्यंजनों की महक एक बार फिर लौट आई है. आधुनिक फास्ट फूड और नई रेसिपीज़ के बीच लोग अब अपने पुराने स्वाद और संस्कृति की ओर रुख कर रहे हैं. इन्हीं पारंपरिक और पौष्टिक व्यंजनों में से एक है दाल बड़ा की सब्जी, जो स्वाद के साथ-साथ सेहत के लिए भी फायदेमंद है.
ग्रामीण रसोई में फिर लौटी पुरानी खुशबू
गर्मियों के मौसम में जब तली-भुनी या भारी चीज़ें हज़म नहीं होतीं, तब दाल बड़ा की सब्जी स्वाद और सेहत का अद्भुत संगम बनकर सामने आती है. ग्रामीण रसोईयों में इसकी महक एक बार फिर लोगों को पुरानी यादें दिला रही है.
बाजारों में बढ़ी मांग, बड़े बनवाने वालों की लगी कतार
स्थानीय बाजारों में अरहर और मूंग की दाल से बने कुरकुरे बड़े खूब बिक रहे हैं. इन्हें टमाटर, हींग और देसी मसालों से बनी खास ग्रेवी में मिलाकर तैयार की जाने वाली सब्जी लोगों के दिलों को जीत रही है और उन्हें घर के स्वाद की याद दिला रही है.
पारंपरिक व्यंजन सहेज रहीं महिलाएं
बिलासपुर की अनुभवी गृहिणी भाग्यवती बताती हैं, “हमारे घर में जब भी कोई खास मेहमान आता है, तो दाल बड़ा की सब्जी जरूर बनती है. यह व्यंजन आज भी हमारे बच्चों को उतना ही पसंद है, जितना हमें बचपन में था.”
स्वाद के साथ स्वास्थ्य का खजाना
पोषण विशेषज्ञों के अनुसार, दाल बड़ा की सब्जी प्रोटीन और फाइबर का अच्छा स्रोत है. यह न केवल पाचन को दुरुस्त रखती है बल्कि शरीर को ऊर्जा भी देती है. यह थाली को स्वाद से भर देती है और ग्रामीण खानपान की परंपरा को भी जीवित रखती है.
जानिए बनाने की खास रेसिपी
इस व्यंजन के लिए अरहर या मूंग की दाल को 4-5 घंटे भिगोकर दरदरा पीस लें. इसमें नमक, हींग और हरा धनिया मिलाकर छोटे-छोटे बड़े बनाएं और गरम तेल में सुनहरा होने तक तल लें. अब कढ़ाही में तेल गरम कर जीरा, राई, हींग और करी पत्ता का तड़का लगाएं. इसमें प्याज, टमाटर, लहसुन और अदरक डालकर भूनें. हल्दी, धनिया पाउडर, लाल मिर्च और नमक डालकर मसाले को पकाएं. जब मसाला तेल छोड़ने लगे, तो पानी डालकर ग्रेवी तैयार करें और उसमें तले हुए बड़े डालकर कुछ देर धीमी आंच पर पकाएं. ऊपर से हरा धनिया डालकर गरम-गरम रोटी या चावल के साथ परोसें.
https://hindi.news18.com/news/lifestyle/recipe-unique-taste-dal-bada-sabji-recipe-local18-ws-l-9648748.html