रामपुर: यूपी के रामपुर का नाम सुनते ही कई खासियतें याद आ जाती हैं, जिनमें से एक है यहां का पारंपरिक मीठा पकवान ‘जर्दा’. इस व्यंजन का इतिहास नवाबों के दौर से जुड़ा हुआ है. इसे खास अवसरों पर बड़े चाव से बनाया जाता था. जर्दा को विशेष रूप से नवाबी खानसामों ने तैयार किया था, और इसका स्वाद ऐसा होता है कि एक बार खाने के बाद यह लंबे समय तक याद रहता है.
जर्दा की खासियत और सामग्रियां
जर्दा मुख्य रूप से मीठे चावल से बनाया जाता है, जिसे दूध, मेवा, सूखा मेवा, और केसर जैसे सुगंधित मसालों के साथ पकाया जाता है. इसका हर दाना प्रोटीन और पोषण से भरपूर होता है, जो इसे न सिर्फ स्वादिष्ट बल्कि सेहतमंद भी बनाता है.
नवाबी सेफ माहिर अहमद के अनुसार जर्दा बनाने में प्योर मेवा और सूखे मेवा का खासतौर पर इस्तेमाल किया जाता है, जो इसे और भी खास बनाता है. इसे बनाने में लगभग 2 घंटे का समय लगता है, लेकिन जब यह तैयार होता है, तो इसका स्वाद लाजवाब होता है.
नवाबों का प्रिय पकवान
जर्दा नवाबों के दौर में इतना लोकप्रिय था कि इसे हर खास मौके पर परोसा जाता था. नवाबों का मानना था कि जर्दा खाने से ताकत और स्फूर्ति मिलती है, इसलिए इसे प्रोटीन का खजाना कहा जाता था. खास बात यह है कि यह मिठाई सिर्फ स्वाद में ही नहीं, बल्कि अपनी सुगंध में भी लोगों को मंत्रमुग्ध कर देती थी.
जानें वर्तमान में जर्दा की लोकप्रियता
वहीं, समय के साथ भले ही ज़र्दा की लोकप्रियता कम हो गई थी, लेकिन अब यह एक बार फिर से लोगों के बीच अपनी जगह बना रहा है. रामपुर के खानसामों की मेहनत और स्थानीय सामग्रियों का मेल इसे फिर से एक खास पहचान दिला रहा है. आज भी इसे त्योहारों, शादियों और अन्य खास मौकों पर बड़े चाव से परोसा जाता है.
नवाबी अंदाज का जर्दा
रामपुर की ये खास मिठाई न केवल नवाबों के दौर की याद दिलाती है, बल्कि आज भी यह लोगों को उसी अंदाज में लुभा रही है. रामपुर के खाने-पीने के शौकीन इस पारंपरिक जर्दा को बड़ी ही मोहब्बत के साथ तैयार करते हैं, ताकि इसका हर दाना खाने वालों के दिलों तक पहुंच सके.
FIRST PUBLISHED : October 15, 2024, 09:43 IST
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
https://hindi.news18.com/news/uttar-pradesh/rampur-zarda-sweet-favorite-rampur-nawabs-treasure-protein-food-recipe-prepared-special-occasions-local18-8772096.html







