Harmful Effects of Electronic Gadgets: डिजिटल वर्ल्ड में हर किसी के हाथ में स्मार्टफोन से लेकर तमाम इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स देखे जा सकते हैं. बच्चों से लेकर बुजुर्ग तक स्क्रीन के दीवाने हो रहे हैं. हालांकि इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स का ज्यादा इस्तेमाल कम उम्र के लोगों के लिए नुकसानदायक साबित हो रहा है. हेल्थ एक्सपर्ट्स की मानें तो 20 से 55 साल की उम्र के लोग गैजेट्स ज्यादा यूज करने की वजह से पीठ दर्द, गर्दन का दर्द और रीढ़ की हड्डी में परेशानी की चपेट में आ रहे हैं. गैजेट्स के ओवरयूज से पीठ और रीढ़ की हड्डी की समस्याएं पिछले कुछ सालों में तेजी से बढ़ी हैं.
मुंबई के लीलावती हॉस्पिटल में स्पाइन सर्जन डॉ. राम चड्ढा ने Bharat.one को बताया कि अत्यधिक गैजेट्स का उपयोग करने से 20 से 45 साल की उम्र के लोगों में पीठ और रीढ़ की हड्डी की समस्याओं में 60 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है. जितना ज्यादा लोग इन गैजेट्स के आदी होते जा रहे हैं, उतना ही रीढ़ की हड्डी पर बुरा असर पड़ रहा है. इस समस्या को नजरअंदाज करने पर गर्दन में दर्द, कंधे में अकड़न, सिरदर्द और शारीरिक गतिविधि में कमी जैसे लक्षण दिखाई देते हैं. रोजाना हॉस्पिटल आने वाले 10-12 मरीजों में करीब 4-5 पेशेंट गैजेट के अत्यधिक उपयोग के कारण गर्दन और पीठ दर्द से परेशान होते हैं.
डॉक्टर ने बताया कि स्क्रीन के सामने बहुत अधिक समय बिताने से गर्दन में अकड़न, कंधे के ब्लेड में दर्द, शरीर में दर्द या सिरदर्द जैसी समस्याएं हो सकती हैं. यात्रा करते समय मोबाइल फोन का उपयोग करना या काम करते समय घंटों तक लैपटॉप का उपयोग करना, गलत तरीके से बैठना या लंबे समय तक एक ही स्थिति में बैठे रहना पीठ दर्द का कारण बन सकता है. जब हम गर्दन झुकाकर लंबे समय तक स्क्रीन देखते हैं तो इससे गर्दन, पीठ और रीढ़ की हड्डी पर दबाव पड़ता है. सामान्य खड़े रहने की पोजीशन में गर्दन और पीठ सीधी रहती है; लेकिन गर्दन झुकाकर रखने से रीढ़ की हड्डी पर तनाव पड़ता है.
हेल्थ एक्सपर्ट की मानें तो पीठ और रीढ़ की हड्डी की समस्याओं से बचने के लिए सावधानियां बरतना जरूरी है. अपनी रीढ़ की हड्डी को लचीला और मजबूत बनाए रखने के लिए वेट लिफ्टिंग, योग, मेडिटेशन, स्ट्रेचिंग और कार्डियो एक्सरसाइज करनी चाहिए. लंबे समय तक इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स का इस्तेमाल करने से बचें और बैठते समय आगे की ओर झुकने से बचें. रीढ़ की हड्डी से जुड़ी समस्याओं को दूर करने के लिए सही पोजीशन में बैठना जरूरी है. अच्छी गुणवत्ता वाली कुर्सी का उपयोग करें, जो आपकी हड्डियों को ठीक बनाए रखने में मदद कर सके.
जो लोग एक जगह बैठकर ऑफिस में घंटों काम करते हैं, उन्हें काम के दौरान छोटे-छोटे ब्रेक लेने चाहिए. अपने बैठने की पोजीश सही रखनी चाहिए और स्ट्रेचिंग करनी चाहिए. ऐसा करने से रीढ़ और पीठ की समस्याओं से बचा जा सकता है. डॉक्टर की मानें तो 20-50 वर्ष की आयु के लोगों में पीठ और रीढ़ की हड्डी की समस्याएं 50 प्रतिशत तक बढ़ गई हैं. पांच में से कम से कम 2 से 3 मरीज पीठ दर्द से पीड़ित हैं. उन्हें जल्दी ठीक होने के लिए पर्याप्त आराम करने की सलाह दी जाती है.
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FIRST PUBLISHED : August 22, 2024, 16:09 IST
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